Hartalika Teej Puja Vidhi: हरतालिका तीज पर ऐसे करें शिव-पार्वती की पूजा और व्रत
हरतालिका तीज व्रत (Hartalika Teej Vrat) का विशेष महत्व है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और स्वास्थ्य लाभ के लिए कठोर निर्जला व्रत रखती हैं। पूजा में माता पार्वती और भगवान शिव का विशेष विधि-विधान से पूजन किया जाता है। आइए जानते हैं Hartalika Teej Puja Vidhi (पूजा विधि):
हरतालिका तीज पूजा की विधि (Hartalika Teej Puja Vidhi)
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और शिव-पार्वती की मूर्ति स्थापित करें।
भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, फल और फूल अर्पित करें।
माता पार्वती को चुनरी, श्रृंगार का सामान और सुहाग की पिटारी अर्पित करें।
गंगाजल छिड़ककर कुशा से शुद्धिकरण करें।
खीर, पुएं या गुड़ के 11 लड्डू बनाकर माता पार्वती को भोग लगाएं।
मिट्टी या बालू से बनी शिव-पार्वती और गणेश जी की मूर्ति पर सिंदूर अर्पित करें।
दीपक जलाकर व्रत का संकल्प करें और माता पार्वती से अखंड सुहाग का आशीर्वाद प्राप्त करें।
सुहाग पिटारी और विशेष अर्पण
इस दिन विवाहित महिलाएं अपनी सामर्थ्य अनुसार बुजुर्ग महिलाओं को सुहाग पिटारी, साड़ी और बिछिया भेंट करती हैं।
भगवान शिव को शहद और लाल गुलाब अर्पित करने का विशेष महत्व है।
पूजा के अंत में अबीर, गुलाल और इत्र अर्पित करें।
हरतालिका तीज व्रत का महत्व
कथा के अनुसार माता पार्वती ने कठोर तप कर भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त किया था। इसीलिए हरतालिका तीज व्रत को अखंड सौभाग्य और दांपत्य सुख की प्राप्ति के लिए किया जाता है।