सर्व पितृ अमावस्या 2025: सूर्य ग्रहण और शुभ मुहूर्त
सर्व पितृ अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya 2025) पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जैसे सर्वार्थ सिद्धि योग और शिववास योग। इस दिन पितरों के श्राद्ध और तर्पण करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलेगी और पितरों की कृपा प्राप्त होगी। वैदिक पंचांग के अनुसार, 21 सितंबर 2025 को सर्व पितृ अमावस्या है। यह दिन पितरों के तर्पण के लिए विशेष माना जाता है। आश्विन अमावस्या की शुरुआत 21 सितंबर को रात 12:16 बजे होगी और समाप्ति 22 सितंबर को 01:23 बजे होगी।
सूर्य ग्रहण 2025
सर्व पितृ अमावस्या पर साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) लगेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक नहीं रहेगा। यह सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को रात 10:59 बजे शुरू होगा और 22 सितंबर की सुबह 03:23 बजे समाप्त होगा।
इस शुभ अवसर पर Surya Grahan 2025 और Sarva Pitru Amavasya 2025 की जानकारियाँ जानकर आप पितृ तर्पण और पूजा सही समय पर कर सकते हैं।