
लॉर्ड्स टेस्ट में भारत पर रोमांचक जीत दर्ज करने के बाद इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने 22 साल पुरानी एक घटना को याद कर क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। स्टोक्स ने 2002 के नेटवेस्ट फाइनल में भारत की जीत के बाद सौरव गांगुली द्वारा लॉर्ड्स की बालकनी में शर्ट लहराने की ऐतिहासिक घटना का जिक्र करते हुए तीखी टिप्पणी की।
स्टोक्स ने मैच के बाद मीडिया से बातचीत में कहा,
लॉर्ड्स की बालकनी से कोई जर्सी लहराता है या नहीं, हम पर कोई फर्क नहीं पड़ता। हमें मैदान पर जवाब देना आता है और आज टीम ने वही किया।
उनका यह बयान सीधे तौर पर गांगुली की उस हरकत की ओर इशारा माना जा रहा है, जिसे भारत की आक्रामकता और आत्मविश्वास का प्रतीक कहा जाता रहा है।
क्या स्टोक्स का इशारा टीम इंडिया की मौजूदा आक्रामकता पर था?
क्रिकेट पंडितों का मानना है कि स्टोक्स का यह बयान केवल इतिहास को याद करने भर का नहीं था, बल्कि भारतीय टीम के हालिया रवैये और ‘आक्रामक ब्रैंड’ क्रिकेट की ओर भी एक कटाक्ष हो सकता है। लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने शानदार वापसी करते हुए भारत को हराया और श्रृंखला में बढ़त हासिल की।
बेन स्टोक्स का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कुछ फैंस इसे ‘जवाबी हमला’ कह रहे हैं तो कुछ इसे ‘क्रिकेट इतिहास का एक मज़ाकिया पल’ बता रहे हैं। वहीं भारतीय फैंस गांगुली के उस पल को गर्व के तौर पर याद कर रहे हैं।