बहराइच जिले के मंझारा तौकली में आदमखोर भेड़िये ने सोमवार की रात एक बुजुर्ग दंपत्ति पर हमला किया और उनकी मौत हो गई। हमला उनके खेत के पास बने घर में हुआ, जहां वे सो रहे थे। भेड़िये ने दोनों पर हमला कर हाथ-पैर चबा दिए, जिससे उनकी मौत हुई।
सुरक्षित नहीं रहे ग्रामीण: एक अन्य हमले में तीन लोग घायल हो गए। सुबह परिजनों ने जब उन्हें देखने का प्रयास किया, तो यह भयंकर घटना सामने आई। गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के रेंजर की गाड़ी में तोड़फोड़ की और उन्हें दौड़ाया। ग्रामीण शवों को पुलिस को सौंपने से पहले डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े हुए हैं।
भेड़िए के हमले का बदलता तरीका
आदमखोर भेड़िए ने अब अपना निशाना बदल दिया है। पहले यह मासूम बच्चों पर हमला करता था, लेकिन इस बार दो वयस्कों की जान ले ली। घटना स्थल पर शवों का निरीक्षण करने पर यह अंदेशा हुआ कि हमला करने वाले भेड़ियों की संख्या एक से अधिक हो सकती है।
मरने वालों और घायलों का आंकड़ा
इस घटना के बाद आदमखोर भेड़िए के हमले में 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें चार मासूम बच्चे शामिल हैं। वहीं, 16 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
दो दिन पहले वन विभाग ने ड्रोन कैमरे से एक नर भेड़िए का शव भी बरामद किया था, जिससे लोगों में थोड़ी राहत की उम्मीद जगी थी। लेकिन आज की घटना ने भेड़ियों के आतंक को फिर से बढ़ा दिया।
सीएम योगी ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया
करीब चार दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने भेड़िए के आतंक से जूझ रहे मंझारा तौकली का हवाई सर्वेक्षण किया था। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और मृतकों के लिए पाँच लाख रुपये तथा घायलों के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
सीएम ने वन विभाग को आदेश दिया कि भेड़ियों को जिंदा पकड़ने या गोली मारने की कार्रवाई करें, ताकि स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।