Ram Mandir Ayodhya: श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य पूरा, जल्द फहराया जाएगा 22 फीट ऊंचा ‘सूर्य ध्वज’
Ayodhya Ram Mandir Update 2025: अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का संपूर्ण निर्माण कार्य अब पूरी तरह से समाप्त हो गया है।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया किमुख्य मंदिर, परकोटा, परिक्रमा पथ और श्रद्धालु सुविधाओं से जुड़ा पूरा काम पूरा हो चुका है।अब केवल वे कार्य शेष हैं जिनका सीधा संबंध दर्शन व्यवस्था से नहीं है।
मंदिर के शिखर पर कलश और ध्वजदंड की स्थापना पूरी
राम मंदिर के शिखर पर कलश और ध्वजदंड की स्थापना पूरी हो चुकी है।
परकोटा क्षेत्र में स्थित अन्य मंदिरों में भी कलश और ध्वज स्थापना का कार्य संपन्न हुआ है।
मुख्य गर्भगृह, सप्त मंडप, शेषावतार मंदिर और परिक्रमा पथ अब पूर्णता की ओर हैं।
L&T द्वारा मंदिर परिसर की सड़कों और पत्थर की फ्लोरिंग का कार्य लगभग पूरा हो गया है।
GMR समूह 10 एकड़ में फैले पंचवटी क्षेत्र के सौंदर्यीकरण और हरियाली के काम को तेज़ी से आगे बढ़ा रहा है।
साथ ही ट्रस्ट कार्यालय, अतिथि गृह, सभागार और 3.5 किलोमीटर लंबी चारदीवारी जैसे कार्य भी अंतिम चरण में हैं।
22 फीट ऊंचा ‘सूर्य ध्वज’ फहराया जाएगा
कार्य समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि जल्द ही मंदिर के शिखर पर22 फीट ऊंचा ‘सूर्य ध्वज’ फहराया जाएगा।उन्होंने कहा —“यह ध्वज भारत की आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिक गौरव का प्रतीक है।सूर्य का चिन्ह भगवान श्रीराम के सूर्यवंशी वंश को दर्शाता है,जबकि कोबेदार वृक्ष की आकृति शक्ति, स्थायित्व और जीवन के चक्र का प्रतीक है।”
PM मोदी फहराएंगे सूर्य ध्वज
नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार, यह ध्वज पूरी तरह वैदिक और पारंपरिक विधियों से तैयार किया गया है —
लंबाई: 22 फीट
चौड़ाई: 11 फीट
वजन: लगभग 11 किलो
यह ध्वज भारत की आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक बनेगा।उन्होंने कहा —“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस ऐतिहासिक सूर्य ध्वज को फहराने की रस्सी खींचेंगे।यह क्षण भारत की आध्यात्मिक यात्रा का ऐतिहासिक अध्याय बनेगा,जब देश का नेतृत्व भगवान श्रीराम के धाम में श्रद्धा के साथ नतमस्तक होगा।”
CM योगी आदित्यनाथ ने दी बधाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सोशल मीडिया (X) परश्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को बधाई दी।उन्होंने लिखा —
“यह हर रामभक्त के लिए आस्था और गर्व का क्षण है।
अयोध्या अब अपने दिव्य स्वरूप में विश्व के सामने आने को तैयार है।”








