मेरठ : पति सौरभ की हत्या के आरोप में जेल में बंद ‘कातिल मुस्कान’ के परिवार की ज़िंदगी पूरी तरह बिखर गई है। समाज के तिरस्कार और आर्थिक तंगी ने माता-पिता को गहरे अवसाद में धकेल दिया है।हाल ही में उनके घर पर “मकान बिकाऊ है” का पोस्टर चिपकाया गया था, जिसे बाद में हटा लिया गया।
बेटी की करतूत से ठप हुआ ज्वेलरी कारोबार
मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी मेरठ में ज्वेलरी व्यवसाय से जुड़े थे।स्थानीय लोगों के अनुसार, बेटी के हत्या के मामले में फंसने के बाद ग्राहकों ने उनकी दुकान पर आना बंद कर दिया।इसके चलते पूरा कारोबार ठप हो गया और परिवार की आमदनी का स्रोत खत्म हो गया।
सिर्फ इतना ही नहीं — मुस्कान के भाई की नौकरी चली गई और बहन का ट्यूशन सेंटर भी बंद हो गयाअब पूरा परिवार आर्थिक और मानसिक दोनों रूप से टूट चुका है।
तनाव और समाज से दूरी, रिश्तेदारों ने तोड़े नाते
पड़ोसियों ने बताया कि मुस्कान की करतूत के बाद से परिवार समाज से पूरी तरह कट गया है। रिश्तेदारों ने दूरी बना ली है और अब किसी भी पारिवारिक या सामाजिक कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित नहीं किया जाता।जानकारी के अनुसार, लगातार तनाव में रहने के कारण प्रमोद रस्तोगी की तबीयत बिगड़ गई,दिवाली के दिन उन्हें डिप्रेशन अटैक आया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
मकान बेचने का मन बना रहे माता-पिता
पड़ोसियों ने बताया कि कुछ दिन पहले प्रमोद रस्तोगी घर के बाहर चिल्लाते और रोते हुए नज़र आए,जिसके बाद उन्होंने अपने मकान पर “मकान बिकाऊ है” का पोस्टर लगा दिया।हालांकि बाद में उन्होंने पोस्टर हटा दिया, लेकिन माना जा रहा है कि परिवार अब मेरठ छोड़ने की तैयारी कर रहा है।








