Lucknow Fraud : लखनऊ में साइबर अपराध का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। ठगों ने एक रिटायर्ड वरिष्ठ बैंक अधिकारी को 51 दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर 2.75 करोड़ रुपये ठग लिए। जालसाजों ने खुद को जांच एजेंसी का अधिकारी बताया और पीड़ित को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी।जांच एजेंसी के नाम पर कॉल करने वाले ठगों ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर फर्जी कोर्ट पेशी दिखाई और पीड़ित को सात दिन की रिमांड पर भेजे जाने का नाटक किया। डर के माहौल में उन्होंने ठगों की हर बात मान ली।
इसके बाद अपराधियों ने पीड़ित से एफडी, म्यूचुअल फंड और शेयर कैश करवाकर रकम अपने खातों में ट्रांसफर करा ली। 19 सितंबर तक पूरी रकम निकलवाने के बाद ठगों ने संपर्क तोड़ लिया। कुछ दिनों बाद उन्होंने फिर जमानत के नाम पर 50 लाख रुपये और मांगे।ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने विकासनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर क्राइम थाने को जांच सौंपी है।अधिकारियों के अनुसार, यह मामला “Digital Arrest Scam” का है, जिसमें ठग सरकारी एजेंसियों का रूप धारण कर लोगों को डराते हैं। पीड़ित को घर में कैद रखकर वीडियो कॉल के माध्यम से कोर्ट पेशी का भ्रम पैदा करते हैं।