Lucknow News: भाकपा माले का विरोध मार्च, बोले- दलितों पर हमले और महिला अपराधों से यूपी बेहाल
राजधानी लखनऊ में भाकपा (माले) ने शनिवार को राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध मार्च निकाला।पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता लाल झंडे और बैनर लेकरपरिवर्तन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंचे और
कानून-व्यवस्था, दलित उत्पीड़न और महिला अपराधों को लेकर नारेबाजी की।
मार्च का नेतृत्व जिला प्रभारी के नेतृत्व में किया गया,जिसमें आशा वर्कर और महिला संगठनों की बड़ी संख्या भी शामिल हुई।प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैंऔर महिलाओं के खिलाफ हिंसा व गैंगरेप की घटनाएं आम हो गई हैं।
‘दलितों को निशाना बनाया जा रहा है’ — भाकपा माले
नेताओं ने कहा कि यूपी में दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने काकोरी में दलित युवक से पेशाब चटवाने, सुल्तानपुर में दलित युवक की हत्या, और प्रयागराज में रविंद्र नामक युवक की पत्थर मारकर हत्या जैसी घटनाओं का जिक्र किया।प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ये घटनाएं बताती हैं कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई हैऔर दलितों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
'महिला अपराधों में बढ़ोतरी, कानून-व्यवस्था जीरो'
नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून राज खत्म हो चुका है।महिलाओं के खिलाफ रेप, लूट और हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं,और महिलाएं घर से बाहर निकलने में भी डर महसूस कर रही हैं।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार अपराधियों पर कार्रवाई करने में नाकाम रही हैऔर मुख्यमंत्री सिर्फ बयानबाज़ी तक सीमित हैं।
आशा वर्करों ने वेतन वृद्धि की रखी मांग
प्रदर्शन में शामिल आशा वर्करों ने अपने वेतन और सुरक्षा की मांग उठाई।उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की मांग कर रही हैं,लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।आशा वर्करों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईंतो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।प्रदर्शन के अंत में ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा गया,जिसमें प्रदेश में बढ़ते अपराध, महिला हिंसा और दलित अत्याचारों परतुरंत सख्त कार्रवाई की मांग की गई।








