चार दिनों तक चलने वाला छठ महापर्व 2025 मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। बिहार के 38 जिलों के 70 से अधिक घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने सूर्य उपासना की और 36 घंटे के निर्जला व्रत का समापन किया।
राजधानी पटना के गंगा घाट, दीघा घाट, जेपी सेतु घाट, और कुडघाट पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। छठ व्रतियों ने सूप में ठेकुआ, फल और दीप रखकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। कई श्रद्धालु घरों की छतों पर भी अर्घ्य देते नजर आए।
सुबह करीब 4:30 बजे पटना के अटल पथ पर भक्तों की भीड़ के कारण करीब 1 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने हटाया। जाम के चलते दीघा घाट 83, 88 और 93 की ओर जाने वाले व्रतियों को थोड़ी परेशानी हुई।
मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, बेगूसराय, सुपौल और खगड़िया जैसे जिलों में भी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। सुपौल में महिलाएं घाटों पर सूर्य के उगने का इंतजार करती दिखीं, जबकि खगड़िया के परबत्ता घाट पर पारंपरिक लौंडा नाच ने माहौल को जीवंत बना दिया।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पटना स्थित अपने आवास पर मां के साथ सूर्य को अर्घ्य दिया, वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गंगा घाट पर अर्घ्य अर्पित किया। सुरक्षा के मद्देनज़र पटना समेत सभी जिलों में पुलिसकर्मी रातभर तैनात रहे।
छठ पूजा 2025 के अवसर पर पूरे बिहार में भक्ति और आस्था की लहर देखी गई। घाटों से लेकर घरों की छतों तक “जय छठी मैया” के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
 
								 
															 
															 
															
 
															











 
											




