
धर्मांतरण मामले के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में गोलमोल जवाब देते नजर आए। ईडी ने जब विदेश से आए करोड़ों रुपये की फंडिंग, संपत्तियों और दुबई ट्रिप से जुड़े सवाल पूछे, तो छांगुर ने लगभग हर बार जवाब टालते हुए कहा – “यह सब नसरीन को पता है, उससे पूछो। सारी संपत्तियां उसकी हैं।”
ईडी की पूछताछ में गोलमोल जवाब
ईडी अधिकारियों के अनुसार, छांगुर बाबा पूछताछ के दौरान ज़्यादातर समय चुप्पी साधे रहा या फिर विषय बदलता रहा। उसने साफ तौर पर कहा कि लेनदेन, फंडिंग और विदेशी दौरे से जुड़ी तमाम जानकारी नीतू नवीन रोहरा उर्फ नसरीन के पास है।
ईडी का मानना है कि छांगुर जानबूझकर जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है, ताकि असली स्रोतों तक एजेंसी न पहुंच सके।
दुबई यात्रा और राजेश उपाध्याय से संबंध
छांगुर से जब उसकी दुबई यात्रा के बारे में पूछा गया, तो उसने सवालों से बचने की कोशिश की और कोई ठोस जानकारी नहीं दी। ईडी ने कोर्ट में बताया कि पूछताछ में उसने न्यायालय के क्लर्क राजेश उपाध्याय से संबंध स्वीकारे, लेकिन यह नहीं बताया कि वे किस मकसद से जुड़े थे और किस केस में राजेश ने मदद की।
जब ईडी ने दोनों के बीच फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के साक्ष्य पेश किए, तब भी छांगुर बाबा चुप ही रहा।
63.09 करोड़ की विदेशी फंडिंग और बलरामपुर में संपत्ति
अब तक की जांच में यह सामने आया है कि छांगुर बाबा और उसके नेटवर्क के खातों में 63.09 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग हुई है। इसी पैसे से बलरामपुर में 4.11 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी गई, जिसे प्रशासन पहले ही ध्वस्त कर चुका है। ईडी को शक है कि यह नेटवर्क मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 3 के तहत अवैध गतिविधियों में शामिल है।
ईडी को छांगुर बाबा की 5 दिन की कस्टडी रिमांड मिली है, जो 1 अगस्त शाम 5 बजे तक चलेगी। उससे हर दिन घंटों पूछताछ की जा रही है। एजेंसी की कोशिश है कि इस नेटवर्क की फंडिंग की अंतिम कड़ी तक पहुंचा जाए, जिसके लिए नसरीन और उसके पति नवीन रोहरा के बैंक अकाउंट और संपत्तियों की गहन जांच जारी है।
कोर्ट में पेशी के दौरान छांगुर बाबा को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच लाया गया। उसके वकील अजीजुल्लाह खान ने कोर्ट से अनुरोध किया कि छांगुर बुजुर्ग है और गंभीर बीमारियों से ग्रसित है, इसलिए उसकी मेडिकल जांच नियमित हो। ईडी ने 7 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने 5 दिन की मंजूरी दी।