ब्रजघाट श्मशान घाट में पुतले का अंतिम संस्कार रोकने के बाद नई गाइडलाइन लागू, अब अनिवार्य होगा ID वेरिफिकेशन
हापुड़ के ब्रजघाट श्मशान घाट पर पुतला लेकर अंतिम संस्कार कराने की कोशिश का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। अब किसी भी मृतक के अंतिम संस्कार से पहले चेहरा दिखाना और ID वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। पहचान सत्यापन होने के बाद ही रजिस्टर में एंट्री और दाह संस्कार की अनुमति मिलेगी।
पुतले को शव बताकर अंतिम संस्कार कराने की कोशिश, कर्मचारी की सतर्कता से खुला मामला
घटना उस समय उजागर हुई जब श्मशान घाट पर दो युवक प्लास्टिक के पुतले को मृत शरीर बताकर अंतिम संस्कार कराने पहुंचे। श्मशान कर्मचारी को वजन कम लगने पर संदेह हुआ और चेहरे की जांच की तो कफन के नीचे मानव शरीर के बजाय पुतला मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और पूछताछ में पूरी योजना सामने आई कि यह मामला बीमा धोखाधड़ी से जुड़ा था।
प्रशासन ने तुरंत कड़े नियम लागू किए
घटना के सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने श्मशान घाटों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है, जिनमें शामिल हैं:
नई गाइडलाइन के मुख्य बिंदु
अंतिम संस्कार से पहले मृतक का चेहरा दिखाना अनिवार्य
कार्यरत कर्मचारी द्वारा मृतक के पहचान पत्र का मिलान
ID दस्तावेज़ के सत्यापन के बाद ही रजिस्टर में एंट्री
पहचान की पुष्टि होने के बाद ही दाह संस्कार प्रमाण पत्र जारी
प्रशासन ने साफ किया है कि पहचान जांच में किसी भी तरह की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
श्मशान घाट की सुरक्षा व्यवस्था भी बदलेगी
H3: नए सुरक्षा निर्देश
श्मशान परिसर की पूरी चारदीवारी कराई जाएगी
साइट पर एक मुख्य एंट्री गेट बनाया जाएगा
सभी अंतिम यात्रा वाहन इसी गेट से प्रवेश करेंगे
अनधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए कड़ी निगरानी
हर अंतिम संस्कार प्रक्रिया का रिकॉर्ड मेंटेन
क्यों जरूरी हुआ ID वेरिफिकेशन?
इस घटना ने दिखाया कि—
अंतिम संस्कार प्रक्रिया में गलत पहचान का जोखिम बढ़ रहा है
बीमा धोखाधड़ी जैसी घटनाओं को रोका जाना जरूरी है
श्मशान प्रबंधन में पारदर्शिता और सुरक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता है
नई गाइडलाइन से अंतिम संस्कार व्यवस्था को अधिक सुरक्षित और जवाबदेह बनाने की कोशिश की जा रही है।








