दिल्ली ब्लास्ट में ‘जूता बम’ का शक गहराया, TATP के ट्रेस मिले; NIA ने डॉ. उमर को सुसाइड बॉम्बर माना
दिल्ली के लाल किले के पास हुए आतंकी धमाके की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों को Blast Site पर मिली कार से एक संदिग्ध जूता बरामद हुआ है, जिसमेंअमोनियम नाइट्रेट और बेहद खतरनाक TATP विस्फोटक के ट्रेस पाए गए हैं। एजेंसियां मान रही हैं कि धमाके में जूता बम का इस्तेमाल हो सकता है। TATP को आतंकी नेटवर्क में
“Mother of Satan” के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह मामूली झटके, रगड़ या तापमान से भी फट सकता है।
10 नवंबर धमाका: 13 की मौत, 24 घायल — NIA ने किया बड़ा खुलासा
10 नवंबर को हुए धमाके में 13 लोगों की मौत, 24 से अधिक लोग घायल हुए थे।
रविवार को NIA ने पहली बार आधिकारिक रूप से पुष्टि की कि— विस्फोटक कार चलाने वाला डॉ. उमर उल नबी एक Suicide Bomber था। इससे साफ हो गया कि दिल्ली धमाका एक सुसाइड अटैक था। अब तक इस केस में 8 आरोपी गिरफ्तार इनमें 5 डॉक्टर शामिल हैं।
NIA उमर का पूरा रूट रीक्रिएट करेगी — 50+ CCTV फुटेज खंगाले गए
सूत्रों के अनुसार, अब NIA डॉ. उमर के ब्लास्ट से पहले के पूरे मूवमेंट को रीक्रिएट करने की तैयारी में है। 50 से ज्यादा CCTV कैमरों में कैद i20 कार के सभी फुटेज का क्रॉस-चेक किया जा रहा है। जांच में फोकस रहेगा—
फरीदाबाद से दिल्ली तक कौन-कौन मिला?
क्या कोई उसका पीछा कर रहा था?
किसी ने रास्ते में मदद की?
उसने NCR में कितने घंटे बिताए?
इन सबको जोड़कर एक रूट मैप तैयार किया जा रहा है।
ब्लास्ट साइट से 9mm की 3 गोलियां बरामद — दो जिंदा कारतूस
जांच में धमाके वाली जगह से 9mm की तीन गोलियां बरामद हुई हैं।इनमें—
दो जिंदा कारतूस
एक इस्तेमाल किया हुआ शेल है।
लेकिन साइट से कोई हथियार नहीं मिला। यह बड़ा सवाल है बिना हथियार के वहां गोलियां कैसे पहुंचीं? 9mm की गोली केवल विशेष सुरक्षा यूनिट्स या सरकारी अनुमति वाले ही रख सकते हैं। आम नागरिक के पास यह कारतूस नहीं हो सकता।सुरक्षाकर्मियों के हथियार भी चेक किए गए— किसी का भी कारतूस गायब नहीं मिला।








