लखनऊ में सिंधी समाज के धर्मगुरु साईं चांडूराम साहिब का निधन, योगी ने किए अंतिम दर्शन
लखनऊ में बुधवार दोपहर सिंधी समाज के प्रसिद्ध धर्मगुरु साईं चांडूराम साहिब (उम्र 78 वर्ष) का निधन हो गया।वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और मेदांता हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।उनके निधन की खबर फैलते ही पूरे सिंधी समाज और भक्तों में शोक की लहर दौड़ गई।CM योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उनके आश्रम पहुंचकर अंतिम दर्शन किए और श्रद्धासुमन अर्पित किए।
आलमबाग से बैकुंठ धाम तक निकाली जाएगी 11 किमी लंबी शव यात्रा
साईं चांडूराम साहिब के पार्थिव शरीर को लखनऊ के आलमबाग स्थित आश्रम से बैकुंठ धाम तक ले जाया जाएगा।
करीब 11 किलोमीटर लंबी यह अंतिम यात्रा श्रद्धा और भक्ति के माहौल में निकलेगी।हजारों भक्त, अनुयायी और साधु-संत उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए उपस्थित हैं।
पूरे मार्ग में “साईं चांडूराम अमर रहें” और “सद्गुरु साईं का जयकारा” गूंज रहा है।
राजनाथ सिंह और अमित शाह ने जताया शोक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने साईं चांडूराम साहिब के निधन पर शोक जताया।राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया —“संत साईं चांडूराम साहिब ने अपना संपूर्ण जीवन समाज के दीनहीन और असहायजनों की सेवा में समर्पित कर दिया। उनका जाना समाज के लिए बड़ी क्षति है।”गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपनी श्रद्धांजलि में कहा कि साईं चांडूराम जैसे संत समाज में सेवा, त्याग और मानवता के प्रतीक थे।
पाकिस्तान से भारत आकर लखनऊ को बनाया कर्मभूमि
साईं चांडूराम साहिब का जन्म 9 सितंबर 1947 को पाकिस्तान के सक्खर जिले में हुआ था।सिर्फ 13 वर्ष की आयु में उन्होंने गुरु गद्दी संभाली थी।वे 1976 में पाकिस्तान से भारत आए, और अपने अनुयायियों के आग्रह पर लखनऊ में बस गए।यहाँ उन्होंने समाजसेवा, धार्मिक प्रवचन और मानवता के प्रचार को अपना जीवन बना लिया।उनका आश्रम लखनऊ में सिंधी समाज का प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र बन गया था।