बीएसए प्रकरण: सीतापुर में विधायक आशा मौर्या ने स्कूल का ताला तोड़ा, बच्चों ने पढ़ाई से किया इंकार
सीतापुर के प्राथमिक विद्यालय नदवा में बीएसए प्रकरण लगातार तूल पकड़ रहा है। बुधवार को प्रधानाध्यापक को बेल्ट से पीटने की घटना सामने आई, और इसके बाद बृहस्पतिवार को महमूदाबाद की भाजपा विधायक आशा मौर्या स्कूल पहुंचीं और अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ क्लास का ताला तोड़वाया। उन्होंने बच्चों से पढ़ाई करने का आग्रह किया, लेकिन बच्चों ने पढ़ाई से इंकार कर दिया।
विधायक आशा मौर्या का बयान
आशा मौर्या ने कहा कि यदि प्रधानाध्यापक की कोई शिकायत थी, तो उसे सही तरीके से उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि प्रधानाध्यापक ने बेल्ट से मारपीट की, जो कि बिल्कुल गलत है।
सांसद राकेश राठौर का बयान
सीतापुर के सांसद राकेश राठौर ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि बीएसए और प्रधानाध्यापक के बीच विवाद शिक्षा संस्थानों के लिए निंदनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए, और बीएसए की राजनीतिक गतिविधियों की जांच जरूरी है।
प्रधानाध्यापक के परिवार का बयान
प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा की पत्नी सीमा वर्मा ने कहा कि उनके पति को लगातार एक शिक्षिका की अटेंडेंस के लिए दबाव बनाया जाता था। तीन साल और बाद में दस साल का स्कूल कार्यों का ब्यौरा देने के बावजूद बीएसए ने उन्हें कार्यालय बुलाकर परेशान किया। इस दौरान कहासुनी हुई और गुस्से में प्रधानाध्यापक ने बीएसए को पीट दिया।