पूरे देश में शारदीय Navratri 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार नवरात्रि 11 दिनों तक चलेगी और इसकी शुरुआत सोमवार को कलश स्थापना से होगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस वर्ष तिथि की वृद्धि शुभ मानी जा रही है।
मां दुर्गा का आगमन और प्रस्थान
इस वर्ष मां दुर्गा का आगमन हाथी पर हो रहा है, जिसे वर्षा और कृषि वृद्धि का सूचक माना जाता है।
देवी का प्रस्थान नरवाहन (मनुष्य) पर होगा, जो सुख-समृद्धि और शांति का प्रतीक है।
यानी इस बार आगमन और प्रस्थान दोनों ही शुभ दायक माने जा रहे हैं।
नवरात्रि 2025 का पूरा कैलेंडर
22 सितंबर 2025 (सोमवार): कलश स्थापना, घटस्थापना
25-26 सितंबर: चतुर्थी पूजन (दो दिन) – देवी कूष्मांडा की पूजा
27 सितंबर: स्कंदमाता पूजन
28 सितंबर: कात्यायनी पूजा, गज पूजा और बिल्वभानिमंत्रण
29 सितंबर: नवपत्रिका प्रवेश, प्राण प्रतिष्ठा, महरात्रि निशा पूजा
30 सितंबर: महाअष्टमी व्रत, संधि पूजा (शुभ मुहूर्त 13:30 से 14:18)
1 अक्टूबर: महानवमी, कुमारी पूजन, हवन व देवी सिद्धिदात्री पूजा
2 अक्टूबर: विजयदशमी, अपराजिता पूजा, शमी पूजन और देवी विसर्जन
कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त
प्रातः अमृत मुहूर्त: 6:09 से 8:06 बजे तक
शुभ मुहूर्त: 9:14 से 10:49 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: 11:49 से 12:38 बजे तक