UP Politics: MLC चुनाव से पहले कांग्रेस एक्टिव, 11 सीटों पर पर्यवेक्षक घोषित
उत्तर प्रदेश में आगामी स्नातक और शिक्षक विधान परिषद (MLC) चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी चुनावी सक्रियता तेज कर दी है। इसी कड़ी में Indian National Congress के प्रदेश नेतृत्व ने 11 प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति का ऐलान किया है। इसे संगठन को मजबूत करने और चुनावी तैयारियों को धार देने की अहम रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
Congress MLC Election Strategy: सांसदों और वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी
कांग्रेस ने स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में चुनावी गतिविधियों और मतदाता संपर्क को मजबूत करने के लिए सांसदों और वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक बनाया है।
लखनऊ स्नातक व शिक्षक क्षेत्र के लिए सांसद किशोरी लाल शर्मा और पूर्व सांसद पीएल पुनिया
वाराणसी के लिए भगवती प्रसाद चौधरी और पशुपति नाथ राय
आगरा क्षेत्र में राकेश राठौर और विवेक बंसल
मेरठ में सांसद इमरान मसूद और हरेन्द्र अग्रवाल को जिम्मेदारी दी गई है
इलाहाबाद से गोरखपुर तक संगठन पर फोकस
इसके अलावा,
इलाहाबाद स्नातक क्षेत्र में उज्जवल रमण सिंह और नसीमुद्दीन सिद्दीकी
बरेली–मुरादाबाद में कुंवर दानिश अली और फूल कुंवर
गोरखपुर–फैजाबाद क्षेत्र में तनुज पुनिया और अखिलेश प्रताप सिंह
मेरठ–सहारनपुर सीट के लिए बाकिर हुसैन को पर्यवेक्षक बनाया गया है
Graduate–Teacher Constituency में कांग्रेस का भरोसा
कांग्रेस का दावा है कि स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी की पारंपरिक पकड़ मजबूत रही है। पर्यवेक्षकों की नियुक्ति से स्थानीय संगठन, मतदाता और समर्थकों के बीच बेहतर तालमेल बनेगा, जिससे चुनावी अभियान को गति मिलेगी।
UP Politics: चुनावी मौजूदगी मजबूत करने की तैयारी
पार्टी नेतृत्व का मानना है कि इस संगठनात्मक सक्रियता के जरिए कांग्रेस आगामी एमएलसी चुनावों में अपनी राजनीतिक मौजूदगी और प्रभाव को मजबूती से पेश करेगी। लखनऊ से वाराणसी और पश्चिम से पूर्वी यूपी तक यह रणनीति पार्टी के चुनावी रोडमैप का अहम हिस्सा मानी जा रही है।








