UP News: BJP सांसद देवेंद्र सिंह भोले का विवादित बयान— बोले “मुझसे बड़ा कोई बदमाश नहीं, मैं हिस्ट्रीशीटर रहा हूं”
उत्तर प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा, लेकिन इस बार मामला सत्तारूढ़ BJP के सांसद के बयान से गरमा गया है।अकबरपुर से सांसद देवेंद्र सिंह भोले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है,जिसमें वह खुद को कानपुर देहात का सबसे बड़ा बदमाश और हिस्ट्रीशीटर बताते नजर आ रहे हैं।
बैठक में भिड़े बीजेपी के दो नेता, बैठक बनी अखाड़ा
यह विवाद किसी आम कार्यक्रम का नहीं, बल्कि जिले की दिशा समिति की आधिकारिक बैठक के दौरान हुआ।बैठक में पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी, जो राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति हैं,और सांसद भोले के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।वारसी ने भोले पर समिति का दुरुपयोग करने और अपने चहेतों को शामिल कराने,फर्जी मुकदमे लिखवाने और फैक्ट्री मालिकों से वसूली करने का आरोप लगाया। वारसी ने कहा—“उन्हें इलाज की ज़रूरत है, वे यहां के गुंडों के चेयरमैन हैं।”
“मुझसे बड़ा कोई बदमाश नहीं…” बोले भोले, मचा सियासी बवाल
वारसी के आरोपों पर जवाब देते हुए सांसद भोले ने कहा—“मुझसे बड़ा गुंडा कोई नहीं है, मैं कानपुर देहात का सबसे बड़ा हिस्ट्रीशीटर हूं।”
भोले का कहना है कि उनके खिलाफ जो केस दर्ज हुए थे,वो राजनीतिक रंजिश के तहत लगाए गए थे और बाद में सरकार ने उन्हें समाप्त कर दिया था। उन्होंने कहा— “मैंने हमेशा जनता की सेवा की है, जिन लोगों को मेरे जनसंपर्क से परेशानी है,वे अब साजिश के तहत पुरानी बातें उछाल रहे हैं।”
पुराना है वर्चस्व का टकराव: BJP में अंदरूनी कलह फिर सामने आई
भोले और वारसी के बीच वर्चस्व की लड़ाई कोई नई बात नहीं है।दोनों नेताओं के बीच विवाद कई वर्षों से जारी है।
कुछ महीने पहले मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भी जिले में अनदेखी और दुर्व्यवहार के विरोध में धरना दिया था,जिसे भोले के खिलाफ अप्रत्यक्ष नाराज़गी का संकेत माना गया था।
जुलाई में भी वारसी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था—“अगर पार्टी ने मेरी पत्नी को मंत्री नहीं बनाया होता, तो मैं खुद चुनाव लड़कर भोले को औकात दिखा देता।”
प्रशासन ने किया हस्तक्षेप, बैठक बीच में रद्द
जब दोनों नेताओं के बीच झगड़ा बढ़ा, तो SP और अपर ASP को हस्तक्षेप करना पड़ा। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि विकास कार्यों पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक बीच में ही रद्द करनी पड़ी।इस घटना ने एक बार फिर BJP के आंतरिक मतभेद को उजागर कर दिया है।








