Unnao News: किराया न दे पाने पर मकान मालिक ने शव सहित निकाला बाहर, पड़ोसियों ने दिखाई इंसानियत
उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां किराया न दे पाने पर एक मकान मालिक ने रिक्शा चालक विनोद कुमार का शव और उनकी पत्नी अनिता को घर से बाहर निकाल दिया। यह अमानवीय घटना उस समय हुई जब विनोद की मौत इलाज के दौरान हो चुकी थी और उनकी पत्नी शव लेकर घर लौटी थीं।
इलाज के दौरान मौत, लौटने पर मिला अमानवीय व्यवहार
हरदोई निवासी 60 वर्षीय विनोद कुमार अपनी पत्नी अनिता के साथ शुक्लागंज के इंदिरा नगर में किराए के मकान में रहते थे। वह रिक्शा चलाकर परिवार का गुजारा करते थे। एक सप्ताह पहले गंभीर बीमारी के चलते उन्हें कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मौत हो गई।
आर्थिक तंगी के बावजूद पत्नी अनिता ने इलाज की पूरी कोशिश की, लेकिन जब वह पति का शव लेकर घर पहुंचीं, तो मकान मालिक ने संवेदना दिखाने के बजाय बकाया किराए का हवाला देकर उन्हें सामान समेत सड़क पर खड़ा कर दिया।
संतानहीन दंपत्ति, अंतिम संस्कार के भी नहीं थे पैसे
विनोद और अनिता की कोई संतान नहीं थी और न ही परिवार का कोई सहारा। पति की मौत के बाद अनिता के पास अंतिम संस्कार तक के पैसे नहीं थे। शव के साथ सड़क पर बैठी महिला की हालत देख वहां मौजूद लोग भावुक हो उठे।
पड़ोसी बने फरिश्ता, निभाई इंसानियत
इस अमानवीयता के बीच इंसानियत की मिसाल भी देखने को मिली। मोहल्ले के संजय सिंह ने आगे बढ़कर शव के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने पूरे विधि-विधान से कर्मकांड कराया और मुखाग्नि देकर मानवता की मिसाल पेश की। स्थानीय लोगों ने उनके इस कदम की सराहना की।
प्रशासन और जनप्रतिनिधि आए मदद को आगे
सूचना मिलते ही नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि संदीप पांडेय और सभासद रोहित मौके पर पहुंचे। उन्होंने तत्काल अंतिम संस्कार की व्यवस्था करवाई। संदीप पांडेय ने बताया कि अनिता की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, इसलिए उन्हें नया कमरा दिलवाया गया है और 6 महीने का अग्रिम किराया जमा कराया गया।
इसके साथ ही महिला को
एक महीने का राशन
मेडिकल इलाज की सुविधा
और स्वस्थ होने के बाद रोजगार दिलाने का आश्वासन
भी दिया गया है।








