Sultanpur News: राहुल गांधी के जिक्र से चर्चा में आए रामचेत मोची की हकीकत, 'बदली जिंदगी' के दावे पर उठे सवाल
Sultanpur News: बिहार चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के दलित मोची रामचेत का जिक्र किया था। राहुल गांधी का दावा था कि उन्होंने रामचेत की मदद से उनकी जिंदगी बदली और अब वह 10 लोगों को रोजगार दे रहे हैं।लेकिन जब आजतक की टीम मौके पर पहुंची, तो राहुल गांधी के इस दावे की सच्चाई कुछ और ही निकली।
कौन हैं रामचेत मोची?
रामचेत मोची सुल्तानपुर के निवासी हैं और पेशे से मोची हैं। उनकी छोटी सी दुकान अयोध्या-प्रयागराज हाइवे पर गुप्तारगंज के पास स्थित है। यहीं से वह सालों से जूते-चप्पल और बैग बनाने का काम करते रहे हैं।राहुल गांधी ने जुलाई 2024 में सुल्तानपुर एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी के दौरानवापसी में रामचेत की दुकान पर रुककर उनसे बातचीत की थी।
राहुल गांधी का दावा — ‘बदली जिंदगी’, बेटे ने बताया सच
राहुल गांधी ने दावा किया था कि उन्होंने रामचेत को जूते और बैग सिलने वाली इलेक्ट्रॉनिक मशीन दिलाई,जिससे उनका कारोबार बढ़ा और उन्होंने कई लोगों को रोजगार दिया।लेकिन जब आजतक ने रामचेत के बेटे राघव राम से बात की, तो उन्होंने कहा —“राहुल गांधी ने मशीन जरूर दी थी, लेकिन उस पर काम अब बंद है।पिताजी की तबीयत खराब हो गई है, और जो कारीगर थे, वे काम छोड़कर चले गए।”राघव के अनुसार, अब दुकान पर केवल वह और एक रिश्तेदार काम कर रहे हैं।काम बढ़ा जरूर, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ।
बीमार हैं रामचेत, दावों पर सवाल
रामचेत मोची महीनों से बीमार हैं और अपने घर के पास बने छोटे से छप्पर में बिस्तर पर पड़े हैं।परिवार ने बताया कि उनकी गर्दन में गांठ थी, जिसके लिए इलाहाबाद में इलाज भी कराया गया,लेकिन अब उनकी हालत कमजोर है और वे ठीक से बात भी नहीं कर पा रहे हैं।








