
लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक ऐसे साइबर ठग गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को CBI अधिकारी बताकर लोगों को “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर धमकाकर ठगी कर रहे थे। इस गिरोह ने एक सेवानिवृत्त वैज्ञानिक को निशाना बनाकर उनसे लगभग ₹1.29 करोड़ रुपये की ठगी की थी।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:
प्रदीप कुमार सिंह – निवासी वृंदावन योजना, थाना पीजीआई, जनपद लखनऊ (स्थायी पता: थाना बीकापुर, जनपद अयोध्या)
महफूज – निवासी थाना वजीरगंज, जनपद लखनऊ
STF की टीम ने इन दोनों आरोपियों को शहीद पथ रोड, इकाना स्टेडियम के पास, थाना गोमती नगर विस्तार, लखनऊ से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी बरामद किए गए हैं, जो इस ठगी नेटवर्क के विस्तार और तरीकों को उजागर करते हैं।
ठगी का तरीका:
गिरोह के सदस्य खुद को CBI अधिकारी बताकर पीड़ित को कॉल करते थे और उन्हें डिजिटल अपराध में लिप्त होने का आरोप लगाकर “डिजिटल अरेस्ट” का डर दिखाते थे। इस डर और भ्रम में फंसकर पीड़ित से लगातार रकम ट्रांसफर करवाई जाती थी। इस केस में रिटायर्ड वैज्ञानिक से करीब ₹1.29 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाए गए।
STF की सतर्कता से बची और ठगी:
STF की सक्रियता और सटीक सूचना के आधार पर यह गिरोह बेनकाब हुआ। पूछताछ में आरोपियों ने ठगी में शामिल अन्य साथियों और खातों की जानकारी भी दी है, जिन पर अब जांच जारी है।