
प्रयागराज के झलवा निवासी अजीत कुमार अपने ढाई साल के बेटे शिवा के साथ 110 KM पैदल यात्रा पर निकले हैं। मन्नत से जन्मे बेटे को भोलेनाथ का आशीर्वाद दिलाने वे कांवड़ लेकर काशी विश्वनाथ धाम जा रहे हैं।
शादी के 12 साल बाद अजीत और ममता को बेटा मिला। तीन बेटियों के बाद बेटे की प्राप्ति के लिए उन्होंने भगवान शिव से मन्नत मांगी थी। जब शिवा का जन्म हुआ, तो उन्होंने तय किया कि वे बेटे के साथ पैदल यात्रा कर बाबा विश्वनाथ को गंगा जल चढ़ाएंगे। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए पूरा परिवार इस यात्रा पर निकला है।
छोटे-छोटे कदमों से जल लेकर चलता शिवा घाट पर पहुंचा, तो वहां मौजूद श्रद्धालुओं की नज़रें उसी पर टिक गईं। लोगों ने उसे भोलेनाथ का रूप मानकर आशीर्वाद दिया।
अजीत बताते हैं, “यह सिर्फ धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि हमारे विश्वास और भक्ति की सबसे बड़ी मिसाल है।” इस यात्रा में शिवा की तीनों बहनें भी साथ हैं और पूरे परिवार में उत्साह का माहौल है।
110 KM पैदल यात्रा नन्हे शिवा के लिए पहली कांवड़ यात्रा है, लेकिन परिवार को विश्वास है कि यह उसकी भक्ति की शुरुआत है। गंगा जल से भरी कांवड़ और श्रद्धा से भरा मन लेकर यह परिवार अब बाबा विश्वनाथ के दर्शन को बढ़ चला है।