प्रयागराज में तेंदुए का आतंक: कैद से भागा, गंगा कछार में मचाई दहशत, वन विभाग का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
प्रयागराज से लगभग 30 किलोमीटर दूर बनईचा मलखानपुर गांव में ग्रामीणों द्वारा घेरा गया तेंदुआ कैद से निकलकर गंगा कछार के जंगल में गुम हो गया। बताया जा रहा है कि वन विभाग की सुरक्षा जाल तोड़कर यह चालाक शिकारी फरार हो गया, जिससे आसपास के 2 दर्जन से ज्यादा गांवों में दहशत फैल गई है।
ग्रामीणों के अनुसार, तेंदुआ एक चरी के खेत में फंसा था, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग की धीमी कार्रवाई से वह बच निकला। रात में अंधेरा होने के कारण सर्च ऑपरेशन धीमा पड़ा और ट्रिगुलाइज़र गन में इस्तेमाल होने वाली बेहोशी की दवा समय पर नहीं पहुंच सकी।
करीब रात 11 बजे कानपुर और लखनऊ से वन्यजीव विशेषज्ञ टीम मौके पर पहुंची, लेकिन जेसीबी की डीजल खत्म होने और खेत में धंसने जैसी तकनीकी दिक्कतों के कारण ऑपरेशन में देरी हुई। इस दौरान दो आवारा गोवंश मौके पर पहुंचे, जो तेंदुए को पकड़ने का सुनहरा मौका था, लेकिन टीम का ध्यान चाय-नाश्ते में ज्यादा लगा रहा।
दिनभर चले तेंदुआ सर्च ऑपरेशन में थर्मल ड्रोन और जेसीबी का इस्तेमाल किया गया, लेकिन शिकारी जानवर का कोई सुराग नहीं मिला। वन विभाग ने सर्च का दायरा बढ़ा दिया है और यह अभियान तेंदुए के पकड़े जाने तक जारी रहेगा।








