PM मोदी के लखनऊ दौरे पर व्यापारियों का विरोध, 25 दिसंबर को लखनऊ बंद का ऐलान
लखनऊ में 25 दिसंबर को नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे से पहले सियासी और प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। शहर के व्यापारियों ने उसी दिन लखनऊ बंद का ऐलान किया है। व्यापारियों का आरोप है कि नगर निगम ने बिना सूचना दिए लाइसेंस शुल्क में भारी बढ़ोतरी कर दी है।
व्यापारियों ने शुक्रवार को मेयर सुषमा खर्कवाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि अगर 25 दिसंबर से पहले बढ़ा हुआ शुल्क वापस नहीं लिया गया, तो सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे जाएंगे और नगर निगम मुख्यालय का घेराव किया जाएगा।
व्यापारियों का आरोप: चुपचाप बढ़ाया गया लाइसेंस शुल्क
व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम ने लाइसेंस फीस को चुपचाप बढ़ा दिया है। यदि यह फैसला वापस नहीं हुआ, तो प्रधानमंत्री के दौरे वाले दिन बंद कर यह दिखाया जाएगा कि लखनऊ में व्यापारियों के साथ कैसा व्यवहार हो रहा है।
व्यापार मंडल ने साफ कहा कि नगर निगम 25 दिसंबर से पहले लाइसेंस शुल्क बढ़ाने का फैसला वापस ले।
पहले भी हस्तक्षेप से वापस हुआ था फैसला
लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने बताया कि पिछले वर्ष भी नगर निगम ने लाइसेंस शुल्क लगाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे राजनाथ सिंह और पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के हस्तक्षेप के बाद वापस लिया गया था।
हालांकि 13 सितंबर 2024 को नगर निगम की कार्यकारिणी में यह प्रस्ताव दोबारा पारित किया गया।
12 बजे नगर निगम मुख्यालय पर धरना
मेयर से कोई ठोस आश्वासन न मिलने के बाद अमरनाथ मिश्र और चेयरमैन राजेन्द्र कुमार अग्रवाल ने संयुक्त बयान जारी कर बताया कि 25 दिसंबर को सुबह 12 बजे लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
मेयर का बयान: अधिकारियों से मांगा जाएगा जवाब
उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि अब इस फैसले का विरोध किया जाएगा और इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा। वहीं मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा, “लखनऊ की जनता मेरा परिवार है। उनके खिलाफ कोई भी फैसला नहीं होने दिया जाएगा। अधिकारियों से इस मामले में जवाब मांगा जाएगा।”








