लखनऊ में साईं चांडूराम की अंतिम यात्रा, हजारों भक्त हुए भावुक
लखनऊ में सिंधी समाज के श्रद्धेय संत साईं चांडूराम साहिब की अंतिम यात्रा भावनाओं से भरे माहौल में निकली।
आलमबाग स्थित शिव शक्ति आश्रम से शुरू हुई इस यात्रा में हजारों भक्त शामिल हुए —कई नंगे पांव चल रहे थे, तो कई के चेहरे पर आंसू और श्रद्धा का मिश्रण था।
पाकिस्तान से आए श्रद्धालु बोले — ‘वाहेगुरु, वाहेगुरु’
इस अंतिम यात्रा की सबसे बड़ी खासियत यह रही किपाकिस्तान के कराची और सिंध से भी सैकड़ों अनुयायी लखनऊ पहुंचे।सभी “वाहेगुरु, वाहेगुरु” कहते हुए भावुक होकर संत के दर्शन कर रहे थे।एक अनुयायी ने कहा —“साईं चांडूराम हमारे लिए सिर्फ गुरु नहीं, जीवन का आधार थे।”
नंगे पांव चली आस्था की यात्रा
आलमबाग से बैकुंठ धाम तक लगभग 11 किलोमीटर लंबी यात्रा मेंकई श्रद्धालु नंगे पांव शामिल हुए।हर कोई “साईं चांडूराम अमर रहें” के नारे लगाते हुए आगे बढ़ता गया।आश्रम के बाहर एक-एक किलोमीटर लंबी कतारें लगीं,जहां भक्त अपने गुरु के अंतिम दर्शन के लिए घंटों खड़े रहे।
योगी आदित्यनाथ ने किए अंतिम दर्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्रम पहुंचकर साईं चांडूराम साहिब के पार्थिव शरीर पर भगवा वस्त्र अर्पित किया और श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा —“साईं चांडूराम जी ने समाज को जोड़ने और सेवा की जो परंपरा दी,वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।”