लखनऊ नगर निगम की टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक में बड़ा विवाद हो गया। इस दौरान पार्षद रंजीत सिंह ने नगर आयुक्त गौरव कुमार पर अपमानित करने का आरोप लगाते हुए वेंडिंग कमेटी सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया।
बैठक में हुआ विवाद
बैठक बाबू राज कुमार समिति कक्ष में हुई, जो करीब 50 मिनट की देरी से शुरू हुई। पार्षद रंजीत सिंह ने सवाल उठाया कि तीन महीने में होने वाली बैठक दस महीने बाद क्यों हो रही है। इस पर नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा कि यह सदन नहीं बल्कि उनके अधिकार क्षेत्र का मामला है। खुद को अध्यक्ष बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी अधिकार उन्हीं में निहित हैं।
पार्षद रंजीत सिंह ने इसका विरोध किया और कहा कि वह भी कमेटी के सदस्य हैं। इस पर नगर आयुक्त ने तंज भरे लहजे में कहा कि “अध्यक्ष होने के नाते मैं कुछ भी कर सकता हूं”। इस जवाब से नाराज़ होकर रंजीत सिंह ने कहा कि “अगर ऐसा है तो मुझे कमेटी से बाहर कर दीजिए” और इस्तीफे की घोषणा कर दी।
मेयर को लिखा पत्र
पार्षद ने मेयर सुषमा खर्कवाल को पत्र लिखकर कहा कि बैठक में उनके साथ सार्वजनिक रूप से अपमानजनक व्यवहार किया गया। उनका कहना है कि सदस्यों द्वारा दिए गए प्रस्तावों पर भी चर्चा नहीं की गई। मेयर ने ही रंजीत सिंह को टाउन वेंडिंग कमेटी का सदस्य बनाया था।
बैठक में लिए गए अहम निर्णय
जोन-4 और 5 में नए वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे।
सभी जोनों में 4–5 वेंडिंग जोन विकसित करने के लिए सर्वे होगा।
नए वेंडिंग जोन बनाने से पहले स्थानीय पार्षदों और लोगों से राय ली जाएगी।
वेंडरों से पुराने दरों पर ही शुल्क वसूला जाएगा।
अवैध वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वेंडरों का डेटा
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा कि सभी वेंडरों का पंजीकरण, स्थान और अन्य विवरण डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और मॉनिटरिंग आसान होगी।
बैठक में अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह, सहायक नगर आयुक्त विनीत सिंह, उपनेता सुशील तिवारी ‘पम्मी’, पार्षद टिंकू सोनकर और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।