लखनऊ रोजगार मेला 2025: अव्यवस्था के बीच उमड़ी भारी भीड़, युवाओं ने लगाए बेरोजगारी हाय-हाय के नारे
लखनऊ में यूपी सरकार की ओर से आयोजित लखनऊ रोजगार मेला 2025 में जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। तीन दिवसीय इस रोजगार महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए सोमवार रात से ही हजारों युवा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचने लगे थे। मंगलवार सुबह तक आयोजन स्थल और आसपास के 2 किमी क्षेत्र में करीब 1 लाख बेरोजगार युवाओं का जमावड़ा लग गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कहा कि सरकार युवाओं को बिना ब्याज और गारंटी के ऋण दे रही है। अब तक 70 हजार से अधिक युवाओं को इसका लाभ मिल चुका है और वे स्वयं का रोजगार शुरू कर रहे हैं।
हालांकि, रोजगार मेले में अव्यवस्था चरम पर है। युवाओं की भीड़ बार-बार बेकाबू हो रही है, जिसे संभालने के लिए डीएम विशाखजी और पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर खुद मौजूद रहे। युवाओं को बैरिकेडिंग कर बैठाया गया, लेकिन असंतोष कम नहीं हुआ।
कई युवाओं ने आरोप लगाया कि न नौकरी मिल रही है, न खाने-पीने की व्यवस्था। उनकी सीवी लेकर कंपनियां बायोडाटा को कूड़े में फेंक रही हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने कहा कि पहले जर्मनी में नौकरी का ऑफर बताया गया, लेकिन बाद में दुबई का जॉब कहकर भ्रमित किया गया।
सरकार का दावा है कि मेले में 100 कंपनियां, जिनमें 20 विदेशी कंपनियां भी शामिल हैं, करीब 50 हजार युवाओं को नौकरी देंगी। सेवेयोजन पोर्टल (sewayojan.up.nic.in) के जरिए उम्मीदवारों को बुलाया गया है। लेकिन हकीकत यह है कि अभ्यर्थी अपने-अपने ट्रेड के स्टॉल ढूंढते हुए भटक रहे हैं और स्पष्ट जानकारी के अभाव में नारेबाजी कर रहे हैं।