लखनऊ नगर निगम में ट्रेड लाइसेंस फीस बढ़ोतरी का विरोध, सैकड़ों व्यापारी धरने पर
लखनऊ में ट्रेड लाइसेंस शुल्क बढ़ाने के फैसले के खिलाफ शनिवार को सैकड़ों व्यापारी नगर निगम मुख्यालय पहुंच गए। व्यापारियों ने मुख्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया और नगर निगम पर जबरदस्ती फीस बढ़ाने का आरोप लगाया।
व्यापारियों का कहना है कि पहले से ही वे कई तरह के टैक्स अदा कर रहे हैं, लेकिन बदले में उन्हें कोई ठोस सुविधा नहीं मिल रही। ऐसे में एक बार फिर केवल व्यापारियों को ही निशाना बनाया जा रहा है, जिससे उनमें भारी आक्रोश है।
‘अब आश्वासन नहीं, आंदोलन होगा’
लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने साफ शब्दों में कहा कि अब सिर्फ आश्वासन सुनने का समय खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा, “एक साल से आश्वासन दिया जा रहा है, अब इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। आंदोलन को दुनिया पहचानती है और हम आंदोलन करेंगे।”उन्होंने यह भी कहा कि व्यापारी पहले ही तमाम तरह के टैक्स दे रहे हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं।
व्यापारियों का आरोप: जबरन बढ़ाई गई फीस
धरने पर बैठे व्यापारियों का आरोप है कि नगर निगम बिना सहमति और संवाद के ट्रेड लाइसेंस फीस में बढ़ोतरी कर रहा है। इसी फैसले के विरोध में लखनऊ व्यापार मंडल समेत कई व्यापारी संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे हैं।
पहले भी हो चुका है हस्तक्षेप
व्यापारियों ने याद दिलाया कि इससे पहले भी ट्रेड लाइसेंस शुल्क को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें राजनाथ सिंह और पूर्व उपमुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद फैसला वापस लिया गया था। बावजूद इसके, एक बार फिर शुल्क बढ़ाने की कोशिश से व्यापारियों में नाराजगी है।








