लखनऊ के प्राचीन लेटे हुए हनुमान मंदिर के महंत डॉ. विवेक तांगड़ी ने लखनऊ विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविकांत पर तीखा हमला बोला है। महंत का कहना है कि रविकांत की मानसिकता दूषित है और उन्होंने बजरंगबली के भक्त एवं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री पर कुत्सित आरोप लगाए हैं। महंत ने मांग की कि धीरेंद्र शास्त्री को तुरंत उनके खिलाफ मानहानि का केस करना चाहिए।
विवाद की शुरुआत
लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर रविकांत ने सोशल मीडिया पर धीरेंद्र शास्त्री पर महिलाओं की तस्करी करने का आरोप लगाया। इसके बाद महंत तांगड़ी समेत कई छात्र और अध्यापक उनके खिलाफ मुखर हो गए।
महंत तांगड़ी का बयान
महंत ने कहा, “हनुमानजी के भक्त के खिलाफ ऐसी टिप्पणी दूषित मानसिकता का उदाहरण है। सनातन धर्म में लचीलापन है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि लगातार अपमान सहा जाए।”
महंत का आरोप है कि प्रोफेसर रविकांत एक वर्ग विशेष पर सौम्य रवैया रखते हैं और धर्मांतरण के फैक्ट्री जैसे मुद्दों पर चुप रहते हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय में विरोध
डॉ. जितेंद्र शुक्ला (राजनीतिक विज्ञान विभाग) ने कहा कि रविकांत के शब्द किसी अकादमिक व्यक्ति के नहीं लगते, बल्कि राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित हैं।
ABVP से जुड़े रिसर्च स्कॉलर प्रत्यूष पांडेय ने कहा कि रविकांत पहले भी देश और धर्म विरोधी पोस्ट करते रहे हैं और उनका मकसद सिर्फ एक वर्ग को टारगेट करना है।