
लखनऊ नगर निगम मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों की प्रमुख मांग है कि ठाकुरगंज निवासी सुरेश कुमार की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। किसानों का आरोप है कि नगर निगम की लापरवाही के कारण सुरेश की जान गई, लेकिन प्रशासन सिर्फ औपचारिकता निभा रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने सुरेश के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी है। बता दें कि 11 जुलाई को ठाकुरगंज के राधा ग्राम क्षेत्र में एक खुला नाला जानलेवा हादसे का कारण बना, जिसमें सुरेश की मौत हो गई थी।
परिवार को वित्तीय मदद दी जाए।
खुले नाले में गिरने से सुरेश कुमार की दर्दनाक मौत के बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। प्रदर्शनकारी किसानों ने नगर निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए मांग की कि मृतक सुरेश कुमार के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन केवल औपचारिकता निभा रहा है और अब तक किसी जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। गौरतलब है कि यह हादसा 11 जुलाई को ठाकुरगंज के राधा ग्राम में हुआ था, जहां खुले नाले ने सुरेश की जान ले ली।
खुले नाले में गिरकर 40 वर्षीय सुरेश की दर्दनाक मौत हो गई थी। घटना के बाद 28 घंटे की तलाश के बाद सुरेश का शव करीब एक किलोमीटर दूर मिला, जिसने पूरे शहर को झकझोर दिया। इस हादसे ने लखनऊ नगर निगम की लापरवाही और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले में नगर निगम ने एक्शन लेते हुए जूनियर इंजीनियर (JE) को निलंबित कर दिया और असिस्टेंट इंजीनियर (AE) को नोटिस जारी किया। साथ ही, सफाई कार्य से जुड़े ठेकेदार और क्षेत्रीय पार्षद के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। हालांकि, किसान संगठनों और स्थानीय लोगों का मानना है कि यह कार्रवाई नाकाफी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।