
लखनऊ से बड़ी मचा हंगामा खबर सामने आई है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, चौक क्षेत्र स्थित KGMU ट्रॉमा सेंटर में रविवार को एंबुलेंस चालकों और मरीजों के नाम पर सक्रिय दलालों के बीच जमकर विवाद और हाथापाई हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ट्रॉमा सेंटर परिसर में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। इस दौरान कई तीमारदारों को भी असुविधा का सामना करना पड़ा।
सूत्रों की मानें तो मौके पर एक बड़े दलाल की भी मौजूदगी पाई गई, जिसकी पुष्टि खुद ट्रॉमा चौकी से जुड़े अधिकारियों ने की है। विवाद की सूचना स्थानीय पुलिस चौकी तक पहुंच चुकी है, और मामले की जांच की जा रही है।
विश्वसनीय सूत्रों का दावा है कि यह पूरा विवाद “मैनेजमेंट के खेल” को लेकर हुआ, जो ट्रॉमा सेंटर में लंबे समय से कथित रूप से चल रहा है। मरीजों के नाम पर अवैध रूप से पैसा वसूलने और एंबुलेंस सेवा को लेकर कमीशनबाजी की शिकायतें पहले भी सामने आती रही हैं।
इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सवाल यह है कि कब तक मरीजों के नाम पर यह दलाली का गोरखधंधा चलता रहेगा?
प्रशासन की चुप्पी और लापरवाही ने न केवल मरीजों और उनके परिजनों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, बल्कि यह भी साबित कर दिया है कि अस्पताल परिसर में सिस्टम से ज्यादा “सिस्टम को चलाने वाले” हावी हैं।
जनता और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोग अब उम्मीद लगाए बैठे हैं कि इस बार कार्रवाई सिर्फ कागज़ों तक सीमित न रहे, बल्कि दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।