लखनऊ जिला जेल में बंद बेटे से मुलाकात कर बाहर निकले एक पिता की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। यह घटना बुधवार दोपहर की बताई जा रही है। बेटे से मिलने के कुछ ही देर बाद उन्हें घबराहट और बेचैनी होने लगी, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई।
एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
जेल प्रशासन ने तुरंत एम्बुलेंस के जरिए गोसाईंगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों के अनुसार पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की स्पष्ट वजह सामने आएगी।
जेल से बाहर आते ही बिगड़ी तबीयत
मृतक गोंडा जिले के करनैलगंज क्षेत्र का निवासी था। वह बुधवार सुबह अपने दामाद के साथ जिला जेल लखनऊ में बंद बेटे से मुलाकात करने आया था। दोपहर करीब 12:30 बजे मुलाकात खत्म होने के बाद जैसे ही वह जेल परिसर से बाहर निकला, उसे बेचैनी महसूस हुई। वह पास बने प्रतीक्षा हाल में बैठ गया और कुछ ही देर में चक्कर आने पर बेंच पर लेट गया। हालत बिगड़ते देख जेलकर्मियों ने तत्काल अधिकारियों को सूचना दी।
बेटे के जेल जाने से मानसिक तनाव में था पिता
परिजनों के अनुसार बेटे के जेल जाने के बाद से पिता काफी मानसिक तनाव में चल रहा था और कई दिनों से काम पर भी नहीं जा रहा था। वह अपने बेटे के साथ लखनऊ में किराए के कमरे में रहकर मजदूरी करता था।
परिवार में मातम
घटना की जानकारी मिलते ही मृतक की पत्नी, तीन बेटियां और अन्य परिजन गोंडा से लखनऊ पहुंच गए। पिता की मौत की खबर सुनकर जेल में बंद बेटा भी भावुक हो गया।








