लखनऊ में भीख मांगने वाले बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, राष्ट्रपति को देंगे सलामी
लखनऊ में 38 ऐसे बच्चे हैं जो कभी भीख मांगते थे और अब शिक्षा के क्षेत्र में कदम रख चुके हैं। ये बच्चे अब IAS-IPS जैसे बड़े अधिकारियों के बच्चों के साथ पढ़ाई कर रहे हैं और उनके साथ टिफिन शेयर करते हैं। पहले वे पॉलिटेक्निक चौराहे और लोहिया-जनेश्वर पार्क में बैलून बेचते थे, लेकिन अब उनका जीवन पूरी तरह बदल गया है।
उम्मीद संस्था और समाज कल्याण विभाग की देखरेख में इन बच्चों की परवरिश और पढ़ाई हो रही है। हाल ही में ये बच्चे इंदौर गए थे, जहाँ उन्होंने बैंड परफॉर्मेंस दी। उनका प्रदर्शन इतना शानदार था कि सभी लोग खड़े होकर ताली बजाने लगे।
इस परफॉर्मेंस के बाद इन बच्चों का चयन नई दिल्ली में लाल किला पर गणतंत्र दिवस परेड 26 जनवरी 2026 के लिए किया गया है। अब ये बच्चे बेहद खुश हैं कि कभी भीख मांगने वाले, अब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सलामी देंगे।
बच्चों की कहानियाँ और बदलाव
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कक्षा-4 में पढ़ने वाली बच्ची ने बताया कि पहले उन्हें अपना नाम लिखना भी नहीं आता था। उम्मीद संस्था में शामिल होने के बाद उनका एडमिशन कान्वेंट स्कूल में हुआ और अब वे अधिकारियों के बच्चों के साथ पढ़ाई कर रही हैं।
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बच्ची ने बताया कि 4 साल पहले वे जनेश्वर और लोहिया पार्क में भीख मांगती थीं, लेकिन अब उन्हें हर जगह सम्मान मिलता है।
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बच्चे, जो चिनहट क्षेत्र में रहता है, अब डॉक्टर बनना चाहता है और अपने समाज में बदलाव लाना चाहता है।
तैयारी और परफॉर्मेंस
उम्मीद संस्था की केयरटेकर रेशमा ने बताया कि इंदौर में परफॉर्मेंस से पहले बच्चों की एक महीने तक विशेष तैयारी करवाई गई। इसके बाद उन्होंने बैंड परफॉर्मेंस पूरी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ दी, जिसे देखकर पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।
नई उपलब्धियाँ और अवसर
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यूपी परेड में बच्चों ने राज्यपाल और CM योगी के सामने सलामी दी।
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अब ये बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर 26 जनवरी 2026 को दिल्ली परेड में भाग लेकर राष्ट्रपति को सलामी देंगे।
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उम्मीद संस्था की स्माइल परियोजना पूरे देश में बच्चों को शिक्षा और जीवन में बदलाव की प्रेरणा दे रही है।