लखनऊ गुडंबा लूटकांड: मुख्य आरोपी संजय यादव की संदिग्ध मौत, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
लखनऊ/सीतापुर: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गुडंबा लूटकांड का मुख्य आरोपी और हिस्ट्रीशीटर संजय यादव संदिग्ध हालात में मृत पाया गया। उसकी लाश 29 सितंबर की सुबह सीतापुर में सड़क किनारे मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है – पहले आरोपी को जहर पिलाया गया, गला दबाकर हत्या की गई और फिर शव को घसीटकर फेंका गया।
CCTV फुटेज में मिला सुराग
पुलिस को मिले CCTV फुटेज में संजय यादव अपनी मौत से कुछ घंटे पहले दो साथियों के साथ बाइक पर जाता दिखा। जानकारी के मुताबिक, तीनों ने पहले शराब खरीदी और फिर बाइक से निकले। पुलिस सूत्रों का कहना है कि साथियों ने शराब में जहर मिलाकर संजय को पिलाया और फिर उसकी हत्या कर दी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि
रिपोर्ट के अनुसार:
संजय के मुंह से झाग निकला जो जहर दिए जाने की पुष्टि करता है।
गला दबाने और शव घसीटने के स्पष्ट निशान मिले।
शव को बाइक पर बैठाकर सुनसान जगह लाया गया और सड़क किनारे फेंका गया।
गुडंबा लूटकांड से जुड़ा था नाम
20 सितंबर को गुडंबा इलाके में कारोबारी अतुल जैन से संजय यादव और उसके ममेरे भाई अरविंद यादव ने चेन लूट ली थी। पीछा करने पर संजय ने स्कूटी पर लात मार दी, जिससे कारोबारी सड़क पर गिर गए और सिर पर चोट लगने से उनकी मौत हो गई। यह घटना CCTV में कैद हुई थी।
25 सितंबर को पुलिस ने एनकाउंटर में अरविंद यादव को पकड़ लिया, जबकि संजय फरार हो गया। इसके बाद 29 सितंबर को उसकी लाश सीतापुर में मिली।
हिस्ट्रीशीटर था संजय यादव
लखनऊ के बख्शी का तालाब (BKT) का रहने वाला था।
उस पर लूट, चोरी और मारपीट समेत 18 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे।
आठ साल जेल में रहने के बाद कुछ महीने पहले जमानत पर बाहर आया और फिर लूटपाट शुरू कर दी।