लखनऊ: राजधानी लखनऊ में पकड़े गए फर्जी IAS सौरभ त्रिपाठी (Fake IAS Saurabh Tripathi) ने पूरे सिस्टम और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद उसने फर्जीवाड़े की पूरी कहानी कबूल की।
सरकारी मीटिंग्स और अफसरों के बीच पहुंच बनाता था
पुलिस जांच में सामने आया कि सौरभ त्रिपाठी खुद को कभी उत्तर प्रदेश शासन का विशेष सचिव और कभी केंद्र सरकार का सचिव बताकर सरकारी मीटिंग्स और ऑफिस में आसानी से पहुंच जाता था। उसने कई नेताओं और अधिकारियों के साथ तस्वीरें खिंचवाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं और लोगों को झांसे में लेकर ठगी करता रहा।
पुलिस गिरफ्त में फर्जी IAS
लखनऊ पुलिस ने बुधवार को सौरभ को उसके आलीशान फ्लैट शालीमार वन वर्ल्ड, गोमतीनगर विस्तार से गिरफ्तार किया। पुलिस को उसके पास से लैपटॉप, फर्जी आईडी कार्ड, विजिटिंग कार्ड, सचिवालय पास, NIC मेल आईडी और 6 लग्जरी गाड़ियां मिलीं। सभी गाड़ियों पर ‘भारत सरकार’ और ‘उत्तर प्रदेश शासन’ की फर्जी नंबर प्लेट लगी थीं।
IAS जैसे ठाठ-बाट, 6 लग्जरी गाड़ियां
सौरभ का काफिला किसी सीनियर IAS अफसर से कम नहीं था। उसके पास डिफेंडर, फॉर्च्यूनर, इनोवा और मर्सिडीज जैसी गाड़ियां थीं।
सरकारी मीटिंग्स के लिए वह फॉर्च्यूनर इस्तेमाल करता था।
बिजनेस डील्स और रौब झाड़ने के लिए मर्सिडीज और डिफेंडर लेकर निकलता था।
सौरभ हमेशा अपने साथ निजी बॉडीगार्ड रखता था, जिनमें से एक गार्ड पुलिस की वर्दी में नजर आता था। पुलिस जांच कर रही है कि उसे वर्दी और सुरक्षा कैसे मिली।पुलिस ने बताया कि सौरभ के पास बड़ी संख्या में फर्जी आईडी, सचिवालय पास और सरकारी लेटरहेड्स बरामद हुए हैं। उसके पास से मिली डायरी और मेल आईडी के जरिए नेटवर्क खंगाला जा रहा है।सौरभ ने सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि दिल्ली, उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में भी फर्जी पहचान बनाकर सरकारी सुविधाएं लीं। उत्तराखंड में वह खुद को कैबिनेट सचिव बताकर एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल भी हुआ।
फर्जी IAS शालीमार वन वर्ल्ड में फ्लैट लेकर रह रहा था। उसके रहन-सहन और ऑफिस सेटअप देखकर कोई भी आसानी से धोखा खा सकता था। आसपास के लोगों को कभी शक तक नहीं हुआ।सौरभ लोगों को यह भरोसा दिलाता कि वह जल्द ही IAS यूपी कैडर में लौटकर बड़े विभाग में तैनात होने वाला है। इसी झांसे में उसने बिजनेसमैन और अधिकारियों से पैसे और गिफ्ट लिए। वह अधूरे काम कराने के वादे करके ठगी करता था।
Lucknow Police जांच जारी
वजीरगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी से हर स्तर पर पूछताछ की जा रही है। पुलिस अब उसके पूरे नेटवर्क और फर्जी दस्तावेजों की जांच कर रही है।