फर्जी डिग्री प्रमाणपत्र बनाने और बेचने वाले गिरोहों पर ED ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है।मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज केस में बुधवार सुबह से देश के कई राज्यों में एक साथ छापेमारी की जा रही है।यह कार्रवाई फर्जी डिग्री माफिया और उनसे जुड़े शिक्षण संस्थानों पर शिकंजा कसने के लिए की गई है।
15 ठिकानों पर छापेमारी, कई राज्यों में फैला नेटवर्क
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के 15 ठिकानों पर एक साथ छापा मार रही हैं।
जिन प्रमुख स्थानों पर छापेमारी चल रही है उनमें शामिल हैं —
हापुड़ की Monad University
उन्नाव का सरस्वती मेडिकल कॉलेज
दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत के ठिकाने
यह रैकेट कई राज्यों में फैले फर्जी डिग्री नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जिसके तार कई संस्थानों तक पहुंच रहे हैं।
Monad University और चेयरमैन विजेंद्र हुड्डा पर छापा
हापुड़ स्थित Monad University और इसके चेयरमैन विजेंद्र हुड्डा के घर, दफ्तर और अन्य ठिकानों पर भी तलाशी जारी है। विजेंद्र हुड्डा इस फर्जी डिग्री रैकेट का मुख्य सरगना माना जा रहा है।
गौरतलब है कि हुड्डा ने वर्ष 2024 में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ा था।फर्जी डिग्री घोटाले के मामले में उत्तर प्रदेश STF पहले ही उसे गिरफ्तार कर चुकी है,अब ED यह जांच कर रही है कि डिग्रियों से हुई कमाई कहां निवेश की गई।
ED की जांच मनी लॉन्ड्रिंग और निवेश के एंगल पर
ईडी ने इस केस में प्रिवेंशन PMLA के तहत मामला दर्ज किया है।आरोप है कि देशभर में फर्जी डिग्रियां तैयार कर छात्रों, नौकरी चाहने वालों और विदेश जाने वालों को बेची जाती थीं।इस गैरकानूनी कमाई को बाद में रियल एस्टेट और अन्य कारोबारों में निवेश किया गया।
डिजिटल सबूत और संदिग्ध लेन-देन बरामद
जांच के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज, कंप्यूटर, डिजिटल रिकॉर्ड और करोड़ों रुपये के लेनदेन से जुड़े सबूत बरामद हुए हैं।ED अधिकारियों के मुताबिक, दस्तावेजों को सील किया जा रहा है और आगे गिरफ्तारी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।यह छापेमारी केवल एक यूनिवर्सिटी तक सीमित नहीं बल्कि शिक्षा क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार और संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ा कदम है।








