लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी ने जनजातीय समुदाय के साथ मृदंग बजाकर जनजातीय भागीदारी उत्सव की शुरुआत की। 13 से 18 नवंबर तक चलने वाला यह उत्सव इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हो रहा है, जहां देशभर के आदिवासी समुदाय अपनी कला, संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन कर रहे हैं।
भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर हुआ उत्सव का आगाज़
यह उत्सव भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर शुरू किया गया है। कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश पर्यटन व संस्कृति विभाग और समाज कल्याण विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। CM योगी का स्वागत जनजातीय समुदाय ने पारंपरिक तरीके से किया और उन्हें अपना मृदंग पहनाकर सम्मानित किया।
100 से अधिक स्टॉल, आदिवासी कला और संस्कृति का भव्य प्रदर्शन
उत्सव परिसर में 100+ स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें प्रदर्शित है:
आदिवासी व्यंजन
हस्तशिल्प
पारंपरिक आभूषण
घर सजावट सामग्री
लोक पेंटिंग
जनजातीय जीवन से जुड़ी वस्तुएँ
संगीत और नृत्य परंपराएँ
देशभर से आए आदिवासी कलाकार अपनी पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होकर संस्कृति और विरासत का अनूठा संगम प्रस्तुत कर रहे हैं।
उत्सव का उद्देश्य—जनजातीय कौशल और संस्कृति को वैश्विक पहचान
इस आयोजन का उद्देश्य है:
जनजातीय समुदाय के उत्पादों को मंच प्रदान करना
स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करना
आदिवासी संस्कृति को मुख्यधारा से जोड़ना
पर्यटन को बढ़ावा देना
राज्य सरकार का कहना है कि यह उत्सव जनजातीय समाज की भागीदारी, आर्थिक सशक्तिकरण और सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम है।








