लखनऊ ब्लू लाइन मेट्रो फेज-2 को मोदी कैबिनेट से मंजूरी, 11.165 किमी में 12 स्टेशन; अक्टूबर से शुरू होगा काम
लखनऊ मेट्रो के फेज-2 (ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर) के ब्लू लाइन प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट बैठक में 5801 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया। इस मंजूरी के बाद उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) अक्टूबर से निर्माण कार्य शुरू करेगा।
लखनऊ ब्लू लाइन मेट्रो रूट और स्टेशन
नई मेट्रो लाइन की लंबाई 11.165 किलोमीटर होगी और इसमें कुल 12 स्टेशन बनेंगे, जिनमें से 7 अंडरग्राउंड होंगे। यह लाइन चारबाग से वसंतकुंज तक जाएगी, जिससे पुराने और नए लखनऊ का सीधा जुड़ाव होगा।
स्टेशन लिस्ट:
अंडरग्राउंड: चारबाग, गौतम बुद्ध नगर, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल चौराहा, चौक
एलिवेटेड: ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग, वसंत कुंज
ट्रैफिक और यात्रा पर असर
प्रतिदिन लगभग 2.5 लाख यात्री इस लाइन से सफर करेंगे।
मौजूदा रूट पर 3–4 लाख का ट्रैफिक है, जिसमें 30% तक कमी आने की संभावना है।
पुराने लखनऊ के बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाम की समस्या कम होगी।
आर्थिक और सामाजिक फायदा
इस प्रोजेक्ट से लगभग 5 लाख लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। पुराने लखनऊ के छोटे कारोबारियों, नौकरीपेशा लोगों और कम आय वर्ग के यात्रियों के लिए यह तेज़, सस्ती और सुरक्षित यात्रा का साधन बनेगा। शहर की आर्थिक गतिविधियों और बाजारों में भी तेजी आएगी।
निर्माण की समयसीमा
UPMRC ने दावा किया है कि 5 साल में काम पूरा कर लिया जाएगा, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि कोशिश होगी कि यह समय से पहले तैयार हो जाए। शुरुआत वसंत कुंज मेट्रो डिपो के निर्माण से होगी, उसके बाद पिलर और ट्रैक बिछाए जाएंगे।
पार्किंग और यात्री सुविधाएं
12 में से 8 स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा होगी।
नगर निगम और LDA की मौजूदा मल्टीलेवल पार्किंग का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
जमीन अधिग्रहण के लिए सरकारी और निजी दोनों स्रोतों से समझौते किए जाएंगे।