
लखनऊ में बारिश हादसा उस समय सामने आया जब एक हफ्ते की राहत के बाद मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ ली। शाम करीब 4 बजे आसमान में काले बादल छा गए और शहर में अंधेरा सा छा गया। 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। करीब तीन घंटे तक हुई इस बारिश से शहर जलमग्न हो गया, जिससे जगह-जगह जलभराव और हादसों की स्थिति बन गई।
लखनऊ में बारिश हादसा शुक्रवार को विभूति खंड इलाके में दर्दनाक रूप में सामने आया, जब साइबर टावर बिल्डिंग का छज्जा गिरने से बाराबंकी निवासी 23 वर्षीय रवि कुमार वर्मा की मौत हो गई। वह अपने दोस्त से मिलने आया था और छज्जे के नीचे उसका इंतजार कर रहा था, तभी अचानक बारिश के दौरान यह हादसा हो गया।
लखनऊ में बारिश हादसा सिर्फ यहीं नहीं रुका। मूसलधार बारिश के चलते पूरे शहर की सड़कों पर पानी भर गया। गोमती नगर में तेज हवाओं के कारण एक पेड़ सड़क पर गिर गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। ताज होटल के पास सड़क पर करीब एक फीट तक पानी भर गया। वहीं BKT में एक दुकान में बारिश का पानी घुस गया।
एयरफोर्स स्टेशन रोड पर एक कार पर पेड़ गिर गया, जबकि शहर के कई प्रमुख मार्गों पर जलभराव के चलते भारी जाम लग गया। वाहन चालक घंटों तक फंसे रहे और लखनऊ में बारिश हादसा हर इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर गया।
दिन की शुरुआत जहां चटक धूप से हुई थी, वहीं शाम को मौसम ने करवट ली और तेज बारिश से गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन शहर जलमग्न हो गया। मौसम विभाग ने लखनऊ में बारिश हादसा जैसे हालात दोबारा बन सकते हैं, इसलिए दो दिन का रेड अलर्ट जारी किया है।