
छत्तीसगढ़: कहते हैं कि अगर जज़्बा हो तो कोई भी बदलाव नामुमकिन नहीं होता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है लीला साहू ने, जो अपनी गर्भावस्था के बावजूद अपने गांव की जर्जर सड़कों को लेकर लगातार आवाज़ उठा रही थीं। आज उनके संघर्ष का फल गांव को मिला है — सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है।
गांव की टूटी-फूटी सड़कों से परेशान लीला साहू ने ना सिर्फ अधिकारियों से शिकायत की बल्कि सोशल मीडिया पर भी अपनी बात रखी। उनके द्वारा बनाया गया एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने गर्भावस्था के दौरान आने वाली समस्याओं और खराब सड़कों के कारण होने वाली मुश्किलों को दिखाया था।
गांव की टूटी-फूटी सड़कों से परेशान लीला साहू ने ना सिर्फ अधिकारियों से शिकायत की बल्कि सोशल मीडिया पर भी अपनी बात रखी। उनके द्वारा बनाया गया एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने गर्भावस्था के दौरान आने वाली समस्याओं और खराब सड़कों के कारण होने वाली मुश्किलों को दिखाया था।
अब जब सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ है, तो लीला साहू ने फिर एक वीडियो साझा किया है, लेकिन इस बार चेहरे पर मुस्कान के साथ। वीडियो में उन्होंने सरकार और प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा कि,अब मेरी और मेरे जैसी सैकड़ों महिलाओं की आवाज़ सुनी गई है। हमें गर्भावस्था में जो परेशानियां होती थीं, अब उनसे राहत मिलेगी।
लीला साहू ने खराब सड़कों को लेकर कई बार अधिकारियों से की थी शिकायत
वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल
प्रशासन ने संज्ञान लेकर शुरू कराया सड़क निर्माण
गांव वालों में भी खुशी की लहर, महिलाओं ने लीला साहू का किया सम्मान
गांव की अन्य महिलाओं ने भी लीला साहू के इस कदम की सराहना की है। गांव की एक बुज़ुर्ग महिला ने कहा, “पहली बार किसी महिला ने इतनी हिम्मत दिखाई और हमारी तकलीफें प्रशासन तक पहुंचाईं।”