Krishna Janmashtami 2025 का पर्व हर साल भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन सच्ची भक्ति और सही पूजा विधि से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस पवित्र अवसर पर पूजा में कुछ खास नियम और परंपराओं का पालन करने से पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
1. गाय की सेवा और सम्मान करें
भगवान श्रीकृष्ण का गायों से गहरा लगाव है। वे स्वयं ग्वाल बाल थे और गायों को माता-पिता के समान मानते थे। जन्माष्टमी 2025 पर गाय को सताना या अपमान करना अशुभ माना जाता है। इस दिन गाय की सेवा, चारा खिलाना और उनका सम्मान करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है।
2. जन्माष्टमी के दिन तुलसी की पत्तियां न तोड़ें
तुलसी भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की प्रिय है। Krishna Janmashtami के दिन तुलसी की पत्तियां तोड़ना वर्जित है। यदि पूजा में तुलसी का उपयोग करना हो, तो एक दिन पहले ही पत्तियां तोड़कर साफ-सुथरी रख लें।
3. पीले वस्त्र पहनें
जन्माष्टमी पर पीला रंग शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। इस दिन बालगोपाल को पीले वस्त्र पहनाएं और स्वयं भी पीले कपड़े धारण करें। यह पूजा की सफलता और भक्तिभाव को बढ़ाता है।
4. चावल, प्याज और लहसुन से परहेज करें
जन्माष्टमी व्रत रखने वाले भक्तों को चावल, प्याज, लहसुन और तीखे भोजन से परहेज करना चाहिए। हल्का और सात्विक भोजन, ताजे फल और जल का सेवन करें। शुद्ध मन और शरीर से की गई पूजा में भगवान की कृपा अधिक मिलती है।