लखनऊ स्थित KGMU में सामने आए Love Jihad Case में बड़ा प्रशासनिक एक्शन लिया गया है। महिला डॉक्टर की शिकायत के बाद आरोपी डॉक्टर को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में उसके प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है और मामले में FIR दर्ज कर ली गई है।
CM Yogi ने पीड़ित डॉक्टर से की बातचीत
मामले की गंभीरता को देखते हुए Yogi Adityanath ने सोमवार देर शाम पीड़ित महिला डॉक्टर से बात कर पूरा घटनाक्रम जाना। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी डॉक्टर KGMU में एक संगठित गैंग के जरिए धर्मांतरण की गतिविधियों में शामिल है।इस पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि निष्पक्ष जांच होगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार ने KGMU प्रशासन से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।
पीड़ित की सुरक्षा बढ़ाई गई
महिला डॉक्टर की सुरक्षा को देखते हुए 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न कानून के तहत गठित विशाखा कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट KGMU प्रशासन को सौंप दी, जिसके आधार पर सस्पेंशन की कार्रवाई की गई।
शुरुआती जांच में आरोपों की पुष्टि
पीड़ित डॉक्टर KGMU से एमडी पैथोलॉजी कर रही हैं, जबकि आरोपी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर बताया जा रहा है। शुरुआती जांच में आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत मिलने की बात सामने आई है।जानकारी के अनुसार, पीड़ित ने 17 दिसंबर को मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर दवा की अधिक मात्रा लेकर आत्महत्या की कोशिश भी की थी, जिसके बाद उन्हें KGMU के ICU में भर्ती कराया गया था।
महिला आयोग में भी पहुंचा मामला
सोमवार को पीड़ित अपने परिवार के साथ महिला आयोग कार्यालय पहुंचीं और Aparna Yadav से मुलाकात की। पीड़ित ने कहा कि उन्हें लगातार प्रताड़ित किया गया और वह डरी हुई हैं।इस मामले पर महिला आयोग ने भी सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई की बात कही है।








