लखनऊ: KGMU में लव जिहाद और धर्मांतरण के आरोपों को लेकर आज विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए कहा, “लव जिहादियों को फांसी दो”, साथ ही लव जिहादी की एक दवाई, जूता-चप्पल और पिटाई की मांग की।
कुलपति से 6 सूत्री मांग
प्रदर्शनकारियों ने कुलपति से मुलाकात कर 6 सूत्री मांगें रखीं। उनका आरोप था कि सैयद अख्तर अब्बास को सेवानिवृत्ति के बाद भी KGMU में जिम्मेदारी दी गई, जो अनुचित है। उन्होंने कुलपति से तत्काल OSD पद से हटाने और मामले की जांच किसी स्वतंत्र सरकारी एजेंसी, जैसे STF, से कराने की मांग की।
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पर भरोसा नहीं
विश्व हिंदू परिषद ने विश्वविद्यालय द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि गंभीर मामलों की निष्पक्ष जांच केवल विश्वविद्यालय स्तर पर संभव नहीं है। इसलिए उन्होंने STF या अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की।
महिला उत्पीड़न और आउटसोर्सिंग जांच
ज्ञापन में कुछ डॉक्टरों और प्रोफेसरों पर महिला उत्पीड़न के आरोपों का भी जिक्र किया गया। संगठन ने कहा कि ऐसे मामलों की जांच के लिए विश्वविद्यालय से बाहर की समिति बनाई जाए, जिसमें महिला आयोग की सदस्य, सेवानिवृत्त IAS/IPS अधिकारी और सेवानिवृत्त न्यायाधीश शामिल हों।प्रदर्शनकारियों ने आउटसोर्सिंग के जरिए नियुक्तियों की जांच की भी मांग की, ताकि किसी विशेष वर्ग को लाभ न मिले।
पीड़ित महिला डॉक्टर का मामला
KGMU की एक महिला डॉक्टर ने 17 दिसंबर को दवा की ओवरडोज लेकर सुसाइड की कोशिश की थी। उसका आरोप है कि डॉ. रमीज ने उसे लव जिहाद में फंसाया और शादी के लिए इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया। राज्य महिला आयोग और मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल में शिकायत के बाद 24 दिसंबर को KGMU प्रशासन ने आरोपी को सस्पेंड कर दिया। आरोपी के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई।








