
कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आवास विकास कॉलोनी निवासी दीक्षा सैनी का आरोप है कि उसके पति मनोज सैनी ने दो साल के बेटे स्वास्तिक को जमीन पर पटककर मार डाला। मासूम के दिल में 4.7 मिमी का छेद था और उसका इलाज चल रहा था।
दीक्षा ने बताया- कि वह बेटे को दवा पिलाने लगी तो पति ने झगड़ा शुरू कर दिया। उसने गुस्से में आकर बच्चे को गोद से छीना और कहा – “आज न बच्चा रहेगा और न बीमा”। इसके बाद बच्चे को जोर से पटक दिया और उसे कमरे में बंद कर दिया। दीक्षा के अनुसार, वह घंटों गिड़गिड़ाती रही लेकिन पति ने कोई मदद नहीं की।
8 घंटे बाद जब ससुर और ननद घर लौटे तो दरवाजा खुला। दीक्षा बेटे को लेकर बाहर भागी और मायके वालों को कॉल किया। जब तक अस्पताल पहुंचती, बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बताया कि “बच्चे के सिर में गहरी चोट थी और खून जम गया था। अगर समय पर इलाज मिल जाता, तो जान बच सकती थी।”
मनोज का कहना है कि वह पत्नी द्वारा झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है। उसने कहा, “मैं बेटे से बहुत प्यार करता था, वह मेरी दुनिया था। घटना वाले दिन मैं खुद दवा लाया था। बच्चा अचानक मेरे हाथ से फिसल गया। सिर में चोट लगने के बाद मैं उसे अस्पताल ले गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।”
उसने यह भी कबूल किया कि इलाज के खर्च और मानसिक दबाव के कारण वह चिड़चिड़ा हो गया था, लेकिन जानबूझकर बच्चे को चोट नहीं पहुंचाई।