लखनऊ – कृष्ण जन्माष्टमी 2025 की तैयारी देशभर में जोरों पर है। मंदिरों और घरों में श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की विशेष पूजा के साथ-साथ भोग और प्रसाद भी खास आकर्षण का केंद्र होते हैं। भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए पारंपरिक प्रसाद जैसे माखन मिश्री, पंचामृत और व्रत की मिठाइयाँ का विशेष महत्व है।
जन्माष्टमी प्रसाद का महत्व
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, श्रीकृष्ण को माखन, मिश्री और दूध से बनी चीजें बेहद प्रिय हैं। जन्माष्टमी पर तैयार किया गया प्रसाद न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भक्तों के बीच प्रेम और श्रद्धा का संदेश भी फैलाता है।
माखन मिश्री बनाने की रेसिपी
सामग्री:
ताज़ा सफेद मक्खन – 1 कप
मिश्री (कुटी हुई) – ½ कप
विधि:
ताज़ा मक्खन को एक बर्तन में डालें।
उसमें कुटी हुई मिश्री मिलाएं।
अच्छे से मिक्स करें और श्रीकृष्ण के भोग में अर्पित करें।
पंचामृत रेसिपी
सामग्री:
दूध – 1 कप
दही – ½ कप
शहद – 1 बड़ा चम्मच
घी – 1 बड़ा चम्मच
गंगाजल – 1 बड़ा चम्मच
विधि:
सभी सामग्री को साफ पात्र में मिलाएं।
पूजा में अर्पण करने के बाद भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटें।
व्रत की मिठाइयाँ
जन्माष्टमी पर व्रत रखने वाले लोग साबूदाना खीर, लौकी हलवा और सूखे मेवे की बर्फी जैसी मिठाइयाँ बनाते हैं।
साबूदाना खीर: दूध और साबूदाने को धीमी आंच पर पकाकर शक्कर और मेवे डालें।
सूखे मेवे की बर्फी: काजू, बादाम, पिस्ता और नारियल से बनी बर्फी व्रत के लिए उत्तम मानी जाती है।