गणेश चतुर्थी का पर्व महाराष्ट्र में सबसे धूमधाम से मनाया जाता है। इस मौके पर भगवान गणेश की स्थापना, पूजा-अर्चना और विसर्जन के साथ-साथ पारंपरिक व्यंजनों का भी विशेष महत्व होता है। घर-घर में कई तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं, जिन्हें परिवार और मेहमानों के साथ बांटा जाता है। आइए जानते हैं 6 पारंपरिक महाराष्ट्रीयन व्यंजन, जो गणेशोत्सव को खास बनाते हैं।
1. मोडक
यह भगवान गणेश का प्रिय भोग माना जाता है।
चावल के आटे से बने मोदक में नारियल और गुड़ की स्टफिंग की जाती है।
भाप में पकाकर बनाए गए ये मोदक न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि पचाने में भी हल्के होते हैं।
2. पुरण पोली
महाराष्ट्र का पारंपरिक मीठा पराठा।
इसमें चने की दाल और गुड़ की भरावन होती है।
घी के साथ परोसी जाने वाली यह डिश त्योहार की शान होती है।
3. साबुदाना खिचड़ी
व्रत में खाई जाने वाली यह डिश गणेशोत्सव पर भी लोकप्रिय है।
इसमें मूंगफली, हरी मिर्च और आलू का तड़का स्वाद को और बढ़ा देता है।
हल्की और एनर्जी देने वाली यह खिचड़ी उपवास के लिए परफेक्ट है।
4. थालिपीठ
विभिन्न अनाजों के आटे से बना पारंपरिक महाराष्ट्रीयन पराठा।
इसमें प्याज, हरी मिर्च और मसालों का स्वाद अलग ही लाजवाब होता है।
इसे दही या घी के साथ परोसा जाता है।
5. रवा शीरा (सूजी का हलवा)
रवा शीरा सूजी, घी, चीनी और दूध से बना एक स्वादिष्ट मिठाई है. इसमें केसर, इलायची और ड्राई फ्रूट्स डालकर बनाया जाता है. इसे अक्सर भगवान गणेश के प्रसाद के रूप में बनाया जाता है.
6. श्रिखंड
दही से बनी यह मिठाई महाराष्ट्र में हर त्योहार की शान है।
इसमें इलायची, केसर और ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं।
पूरियों के साथ श्रिखंड का कॉम्बिनेशन लोगों को बेहद पसंद आता है।