दिल्ली कार ब्लास्ट की जांच कर रही एनआईए को बड़ा सुराग मिला है। जांच टीम को आरोपी आदिल राथर की डिलीट की गई व्हाट्सऐप चैट रिकवर हुई है, जिसमें वह सहारनपुर स्थित अस्पताल के कर्मचारी से अपना वेतन जल्द भेजने की गुहार लगा रहा था। आदिल इसी अस्पताल में काम करता था और यह चैट उसके फोन से डिलीट की गई थी, जिसे फोरेंसिक टीम ने रिकवर किया है।
रिकवर चैट के अनुसार 5 से 9 सितंबर के बीच आदिल ने कई बार मैसेज करके वेतन जल्दी खाते में भेजने की मांग की। एक संदेश में उसने लिखा—“सर, मेरा वेतन भेज दिया जाए, मुझे बहुत जरूरत है।”
जांच एजेंसियों का मानना है कि ये बातचीत आरोपी की गतिविधियों और उसके नेटवर्क को समझने में महत्वपूर्ण सुराग दे सकती है।
एनआईए को बड़ी सफलता, एक और सहयोगी गिरफ्तार
दिल्ली विस्फोट में शामिल आत्मघाती हमलावर के एक और सहयोगी को एनआईए ने गिरफ्तार किया है। यह आरोपी हमले से पहले उमर नबी को पनाह देने और लॉजिस्टिक सहायता देने के आरोप में पकड़ा गया है।
यह गिरफ्तार व्यक्ति सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल मामले में सातवां आरोपी है। जांच में सामने आया है कि उसने—
उमर को सामान लाने-ले जाने में मदद की
एक परिचित घर में उसके लिए कमरा किराए पर दिलवाया
और हमले से पहले कई दिनों तक उसे ठहरने की जगह उपलब्ध कराई
एनआईए ने आरोपी को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 10 दिन की हिरासत में भेज दिया गया।
आदिल और शाहीन को निशानदेही के लिए ले जा सकती है एनआईए
जांच एजेंसी अब जल्द ही आदिल अहमद और डॉ. शाहीन सईद को निशानदेही के लिए अल-फलाह यूनिवर्सिटी ले जा सकती है। जांच में पता चला है कि—
आदिल और उमर की कई वर्षों से दोस्ती थी
आदिल यूनिवर्सिटी छोड़ने के बाद भी कई बार उमर से मिलने आता था
वह अक्सर हॉस्टल में उमर के फ्लैट में ही रुकता था
ये सब तथ्य जांच को और मजबूत आधार प्रदान कर रहे हैं।
रिकवर चैट में क्या मिला?
फोरेंसिक टीम द्वारा रिकवर की गई चैट में पाया गया कि आदिल—
वेतन को लेकर लगातार मैसेज कर रहा था
5 सितंबर से 9 सितंबर तक कई बार स्टाफ को लिखा
आखिरी संदेश 9 सितंबर को भेजा
ये चैट संभवतः उसके आर्थिक दबाव, जरूरत या किसी महत्वपूर्ण गतिविधि से जुड़े संकेत दे रहे हैं।








