गुरु तेग बहादुर जी शहीदी पर्व पर CM योगी बोले — सिख गुरुओं का योगदान अमर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की सनातन परंपरा में सिख गुरुओं का योगदान अविस्मरणीय और सराहनीय है।वह गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी पर्व के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने कहा, “गुरबाणी में लिखा है कि जहां भी गुरु महाराज के पावन चरण पड़ते हैं, वह स्थान राम राज्य के समान पवित्र हो जाता है।”उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें गुरु चरण यात्रा के माध्यम से सिख परंपरा और उनके पावन चरणों का दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
गुरु परंपरा ने दी आस्था, राष्ट्र रक्षा और बलिदान की सीख
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गुरु परंपरा ने भारत को केवल आस्था ही नहीं, बल्कि राष्ट्र रक्षा, सेवा और बलिदान का आदर्श भी दिया है।उन्होंने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि इस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को हम अक्षुण्ण रखें और आने वाली पीढ़ियों तक इसकी प्रेरणा पहुंचाएं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिख गुरुओं की शिक्षाएं और बलिदान भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं, और यह हमें राष्ट्र की एकता और मानवता के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
यहियागंज गुरुद्वारा राष्ट्रीय एकता का प्रतीक
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यहियागंज गुरुद्वारा न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव का भी प्रतीक है।उन्होंने बताया कि गुरु तेग बहादुर जी और गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की स्मृतियां इस पावन स्थल से जुड़ी हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु चरण यात्रा, जो दिल्ली से शुरू होकर पटना साहिब तक जा रही है, पूरे देश में गुरु परंपरा के सम्मान और गौरव का भाव जगा रही है।








