
प्रयागराज-विंध्याचल मंडल के विधायकों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वपूर्ण बैठक में सपा की बागी विधायक पूजा पाल की मौजूदगी ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। यह वही पूजा पाल हैं जिन्होंने हाल ही में लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के पक्ष में प्रचार किया था।
मीटिंग में उनकी एंट्री को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने गहरी नाराजगी जताई और आरोप लगाया कि यह बैठक सामान्य विकास कार्यों को लेकर नहीं, बल्कि BJP के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए बुलाई गई थी। एक सपा विधायक ने यहां तक कह दिया— “यह विपक्ष को नजरअंदाज करने की रणनीति का हिस्सा है, भाजपा सरकार हमेशा यही करती आई है।”
बैठक प्रयागराज स्थित सर्किट हाउस में आयोजित की गई थी। मीटिंग से पहले सभी सांसदों और विधायकों के मोबाइल फोन बाहर जमा कराए गए, ताकि गोपनीयता बनी रहे। CM योगी की मौजूदगी के चलते पूरे क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
बैठक में प्रयागराज-विंध्याचल क्षेत्र के सभी प्रमुख विभागों के अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री के आगमन को ध्यान में रखते हुए स्थानीय स्कूलों में हाफ-डे घोषित किया गया, जिससे यातायात और सुरक्षा में बाधा न हो।
पूजा पाल की इस बैठक में भागीदारी को भाजपा के साथ उनकी बढ़ती नजदीकियों के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे आगामी उपचुनावों या गठबंधन समीकरणों पर असर पड़ सकता है।