हरियाणा के टीचर मनीषा मामला में भिवानी पुलिस ने सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को केस ट्रांसफर के लिए चिट्ठी भेजी है। पुलिस फिजिकल फाइल करीब 10 दिन में CBI के पास सौंपेगी। सूत्रों के अनुसार, हरियाणा की CBI यूनिट इस मनीषा मामले की जांच कर सकती है। इन्वेस्टिगेशन टीम केस की पूरी डिटेल CBI को सौंपेगी, जिसमें जांच की प्रक्रिया और सभी सबूत शामिल होंगे।
दिल्ली एम्स में मनीषा के पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट भी सेंटर फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (CFSL) को भेजी जाएगी। हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अब CBI ही पूरे मनीषा मामले को देखेगी। DGP ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट जांची है, अब CBI अन्य पहलुओं की जांच कर सकती है।
केस के अहम पहलू और सबूत
खेत मालिक के लड़के और उसके साथी ने मनीषा की लाश देखी और उनका बयान दर्ज किया गया।
13 अगस्त को दो लड़कों ने ई-साक्ष्य एप पर अपने बयान दिए, जिनकी वीडियोग्राफी मौजूद है।
मनीषा के मोबाइल कॉल डिटेल्स से पता चला कि उसने 11 अगस्त को अपने पिता को कॉल किया था।
हरियाणा पुलिस और CBI की भूमिका
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए DGP शत्रुजीत कपूर लगातार भिवानी पुलिस टीम के संपर्क में रहे।
रोहतक रेंज के आईजी वाई पूरण कुमार भिवानी में रहकर टीम की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे।
एसपी और डीसी ढिगावा मंडी व आसपास के गांवों की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे थे।
मनीषा मामला पूरे हरियाणा में चर्चा का विषय बन गया है। सरकार और पुलिस प्रशासन लगातार जांच की प्रक्रिया पर नजर बनाए हुए हैं, और केस ट्रांसफर होने के बाद CBI अलग FIR दर्ज कर सकती है।