
लखनऊ एक बार फिर इतिहास को मंच पर जीवंत करने जा रहा है। 30 जुलाई 2025 को गोमती नगर स्थित संत गाडगे प्रेक्षागृह में बेगम हजरत महल के जीवन पर आधारित एक भव्य उर्दू ड्रामा का मंचन किया जाएगा। इस नाटक का आयोजन उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी और उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
नाटक की कहानी 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाली लखनऊ की वीरांगना बेगम हजरत महल के त्याग, संघर्ष और नेतृत्व पर केंद्रित होगी। यह नाटक न केवल उनके बलिदान को याद दिलाएगा, बल्कि नवाबी अवध की सांस्कृतिक विरासत को भी मंच पर दर्शाएगा।
नाटक के लेखक वामिक खान ने कहा, “बेगम हजरत महल का साहस और समर्पण आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हमें उनके संघर्ष को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की जरूरत है।”
नाटक के निर्देशक यूसुफ खान ने बताया कि यह उर्दू ड्रामा सांस्कृतिक धरोहर को न केवल सहेजता है, बल्कि उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचाने का प्रयास करता है। ड्रामा का पोस्टर हाल ही में लखनऊ में एक समारोह के दौरान लॉन्च किया गया, जिसमें विभिन्न रंगकर्मियों और उर्दू प्रेमियों की उपस्थिति रही।
यह आयोजन लखनऊ शहर के लिए एक सांस्कृतिक उपलब्धि है, जो न केवल कला प्रेमियों को जोड़ता है, बल्कि इतिहास और साहित्य को भी जीवित रखता है।